जम्मू। वरिष्ठ सेनाधिकारियों ने इसे माना है कि पिछले कुछ हफ्तों से एलओसी पर हुई सीजफायर उल्लंघन की घटनाओं का लाभ उठाते हुए पाक सेना बीसियों आतंकियों को इस ओर धकेलने में कामयाब हुई है।
घुसपैठ करने वाले ताजा आतंकियों के बारे में चौंकाने वाला तथ्य यह है कि वे अति घातक हथियारों से लैस हैं, जिन्हें कश्मीर की शांति भंग करने का टास्क दिया गया है।
सेना के अनुसार, एलओसी के पहाड़ों पर बर्फबारी के बावजूद बीसियों आतंकी एलओसी क्रॉस कर कश्मीर में घुसने में कामयाब रहे हैं। नतीजतन कश्मीर की शांति खतरे में पड़ गई है। हालांकि सेना ने आतंकी हमलों को रोकने की खातिर रात्रि तलाशी अभियान तेज करते हुए रात्रि गश्त के साथ-साथ नाकेबंदी की पुरानी रणनीति भी अपनाई है, जिस कारण लोगों को असुविधाओं का सामना करना पड़ रहा है।
अधिकारियों का कहना था कि स्थिति से निपटने की खातिर सेना को रात्रि गश्त बढ़ाने का निर्देश दिया गया है। सेना ने रात्रि तलाशी अभियान फिर से आरंभ किए हैं। साथ ही नाकेबंदी में सेना की सहायता भी ली जाने लगी है।
यह सच है कि सेना द्वारा स्थानीय प्रशान को एलओसी के इलाकों में मदद दिए जाने के कारण आम नागरिकों को भारी असुविधाओं का सामना करना पड़ रहा है। पर एक नागरिक प्रशासनिक अधिकारी का कहना था कि सुरक्षा की खातिर इतनी असुविधा को तो सहन करना होगा।
आतंकियों की ताजा घुसपैठ के बाद उनके इरादों के बारे में मिली जानकारी सुरक्षाधिकारियों को परेशान कर रही है। वे बताते हैं कि उन्हें तबाही मचाने का टास्क दिया गया है। वैसे वे इससे भी इंकार नहीं करते थे कि घुसपैठ करने वालों में तालिबानी और अल-कायदा के सदस्य हो सकते हैं क्योंकि सुने गए वायरलेस संदेश इसके प्रति शंका पैदा करते थे।