जर्मनी में बोले PM मोदी- भारत में 99 प्रतिशत गांवों में बिजली, सामने आया राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू के पैतृक गांव का सच

Webdunia
सोमवार, 27 जून 2022 (12:28 IST)
नई दिल्ली। कल जर्मनी के म्यूनिख में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय समुदाय को संबोधित किया। अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने जिक्र किया था कि भारत में 99 प्रतिशत गांवों में खाना पकाने के लिए स्वच्छ ईंधन और बिजली है। इस बीच ऐसी खबरें आईं कि राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू के गांव में बिजली नहीं है। उनके रिश्‍तेदार केरोसीन के तेल से दीपक जलाकर रहते हैं।

इस खबर को लेकर अब कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम ने मोदी सरकार पर निशाना साधा है। द्रौपदी मुर्मू ओडिशा के मयूरभंज जिले की रहने वाली हैं। उनका पैतृक गांव कुसुम प्रखंड अंतर्गत डूंगुरीशाही गांव में पड़ता है, जहां अभी तक बिजली नहीं है। इस गांव में दो टोले हैं, बड़ा शाही और डूंगरीशाही। बड़ा शाही में तो बिजली है, लेकिन डूंगरीशाही में नहीं।

मुर्मू के राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार घोषित होते ही प्रशासन हरकत में आया और वहां पर खंभे, ट्रांसफार्मर आदि लगाने का काम शुरू करवाया। चिदंबरम ने ट्वीट कर लिखा कि जिस दिन पीएम मोदी ने दावा किया कि सभी गांवों में बिजली पहुंच गई है। हमने न्यूज में देखा कि राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार मुर्मू के पैतृक गांव में बिजली नहीं है और वहां पर बिजली पहुंचाने के लिए अब सरकार युद्धस्तर पर कदम उठा रही है।

यह अकेला गांव नहीं है, जहां पर बिजली नहीं है। ये स्वीकार करने में कोई शर्म की बात नहीं है कि भारत के कई दूरदराज इलाकों और गांवों तक बिजली पहुंचनी बाकी है। चिदंबरम ने आगे लिखा कि पिछले 75 वर्षों में हमने जो हासिल किया है वो वास्तव में प्रभावशाली है।

लेकिन भारत के सभी हिस्सों में आवश्यक सेवाओं का पहुंचना हमेशा ही 'कार्य प्रगति पर है' की तरह रहा है। वहीं पीएम को 2004 तक की जबरदस्त उपलब्धियों को स्वीकार करना चाहिए था और उनकी सरकार केवल पिछली सरकारों के काम को जारी रखे हुए है।

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

Russia Ukraine War भयानक स्थिति में, ICBM से मचेगी तबाही, पुतिन के दांव से पस्त जेलेंस्की

IAS Saumya Jha कौन हैं, जिन्होंने बताई नरेश मीणा 'थप्पड़कांड' की हकीकत, टीना टाबी से क्यों हो रही है तुलना

जानिए 52 करोड़ में क्यों बिका दीवार पर डक्ट-टेप से चिपका केला, यह है वजह

C वोटर के एग्जिट पोल में महाराष्ट्र में किसने मारी बाजी, क्या फिर महायुति की सरकार

Russia-Ukraine war : ICBM हमले पर चुप रहो, प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रही रूसी प्रवक्ता को आया पुतिन का फोन

सभी देखें

नवीनतम

25 नवंबर से संसद का शीतकालीन सत्र, 16 विधेयक पेश करने की तैयारी, वक्फ बिल पर सबकी नजर, अडाणी मामले पर हंगामे के आसार

असम के CM हिमंत का बड़ा फैसला, करीमगंज जिले का बदला नाम

Share Bazaar में भारी गिरावट, निवेशकों के डूबे 5.27 लाख करोड़ रुपए

PM मोदी करेंगे संयुक्त राष्ट्र अंतरराष्ट्रीय सहकारिता वर्ष का शुभारंभ

सिंहस्थ से पहले उज्जैन को मिली 592 करोड़ की सौगात, CM यादव ने किया मेडिसिटी और मेडिकल कॉलेज का भूमिपूजन

अगला लेख