चेन्नई/ नई दिल्ली। नोटबंदी के बाद कर चोरी मामलों के तलाशी अभियान में लगे आयकर विभाग को शहर के कई स्थानों पर छापों के दौरान बड़ी सफलता हाथ लगी है। विभाग को तलाशी अभियान में 10 करोड़ रुपए के नए नोटों, 127 किलो सोने सहित कुल 142 करोड़ रुपए की अघोषित संपत्ति का बड़ा खजाना हाथ लगा है।
सरकार द्वारा आठ नवंबर को 500 और 1,000 रुपए के पुराने नोटों को चलन से बाहर करने के बाद नोटों की जब्ती का यह सबसे बड़ा मामला है। आयकर विभाग की जांच इकाई द्वारा यहां कल आठ स्थानों पर की गई तलाशी के दौरान यह खजाना पकड़ा गया। यह नकदी तमिलनाडु के रेत खनन समूह से जुड़ी बताई जाती है। आयकर विभाग के अधिकारियों ने बताया कि समूह के पास पूरे तमिलनाडु राज्य में रेत खनन का लाइसेंस हैं। उसके छ: आवासीय और दो कार्यालयों सहित कुल आठ ठिकानों पर तलाशी अभियान चलाया गया।
आयकर विभाग की नीति निर्माता संस्था केन्द्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) ने दिल्ली में जारी एक वक्तव्य में कहा है कि तलाशी के दौरान 96.89 करोड़ रुपए की नकदी पुराने नोटों में और 9.63 करोड़ रुपए की नकदी नए 2,000 रुपए के नोटों में जब्त की गई। इसके अलावा 127 किलो सोने की छड़ें मिलीं जिनकी कीमत 36.29 करोड़ रुपए बैठती है, की अघोषित संपत्ति जब्त की गई। इस पूरी संपत्ति का कुल मूल्य 142.81 करोड़ रुपए बैठता है।
अधिकारियों ने इस बीच बताया कि राज्य सरकार के साथ काम करने वाले ठेकेदार एस. रेड्डी ने इस पूरी राशि और सोने का अपना होने का दावा किया है। कुछ अन्य लोगों के साथ उससे पूछताछ जारी है।
इसमें कहा गया है कि आठ में से चार स्थानों पर तलाशी अभियान अभी भी जारी है। जांच पूरी होने के बाद ही इस बारे में और ब्योरा मिल सकेगा। अधिकारियों ने बताया कि विभाग इस बात की जांच कर रहा है कि इतनी बड़ी मात्रा में नए नोट एक ही व्यक्ति के पास कैसे पहुंचे। इसके अलावा 2,000 रुपए के इन नए नोटों की गड्डियों पर बैंक की कोई पर्ची भी नहीं है।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि आयकर विभाग द्वारा हाल में जब्त की गई नकदी और सोने का बड़ा भंडार है। उन्होंने कहा कि आयकर विभाग ने यह तलाशी अभियान पिछले कुछ दिनों से रेड्डी और कुछ अन्य लोगों की गतिविधियों के बारे में खुफिया जानकारी मिलने के बाद शुरू किया।
अधिकारियों ने बताया कि वित्तीय लेन-देन, सोने की बिक्री की प्रविष्टियों और बिक्री:खरीद के रिकॉर्ड से संबंधित कई दस्तावेज भी जब्त किए गए। उन्होंने बताया कि कथित सिंडिकेट के तीन लोगों से पूछताछ की जा रही है। जांच के दायरे में कुछ अन्य लोग भी हैं जिनमें कुछ बैंक अधिकारी भी शामिल हैं।
पिछले दिनों कर विभाग ने बेंगलुरू में 5.7 करोड़ रुपए के नए नोट बरामद किए थे। इसके बाद सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय ने नोटबंदी के बाद बड़े पैमाने पर हवाला लेन-देन, भ्रष्टाचार और धनशोधन की जांच शुरू की है। (भाषा)