नई दिल्ली। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के मुताबिक उत्तर और मध्यभारत के कुछ हिस्सों में अगले 4 दिनों में तेज बारिश होगी। निम्न दबाव का क्षेत्र और एक मानसूनी प्रवाह के कारण 31 जुलाई से एक अगस्त को मध्यप्रदेश के पूर्वी हिस्से में और 31 जुलाई को छत्तीसगढ़ तथा उत्तरप्रदेश के पूर्वी हिस्से में भारी से बहुत भारी वर्षा होने का अनुमान है।
आईएमडी ने कहा कि 31 जुलाई से 4 अगस्त के दौरान राजस्थान के पूर्वी भाग और मध्यप्रदेश के पश्चिमी हिस्से में कुछ स्थानों पर भारी वर्षा होने का अनुमान है जबकि 31 जुलाई से 3 अगस्त के दौरान बारिश और तेज होगी। राजस्थान के पूर्वी भाग और मध्यप्रदेश के पश्चिमी हिस्से में कुछ स्थानों पर 31 जुलाई-2 अगस्त के बीच बहुत तेज वर्षा हो सकती है। आईएमडी ने राजस्थान और मध्यप्रदेश के कुछ हिस्सों के लिए 'रेड अलर्ट' जारी किया है। वहीं 1 से 2 अगस्त के बीच पश्चिमी उत्तरप्रदेश में वर्षा के साथ छिटपुट जगहों पर बहुत तेज बारिश हो सकती है।
मध्यप्रदेश के आधे हिस्से में भारी बारिश का अनुमान : भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने मध्यप्रदेश के लगभग आधे हिस्से में भारी से बहुत भारी बारिश होने का अनुमान जताते हुए शुक्रवार को ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।प्रदेश में अब तक औसत से 3 फीसदी अधिक बारिश हो चुकी है।प्रदेश में रीवा, सीधी, सतना, सिंगरौली, शहडोल, उमरिया, अनूपपुर, ग्वालियर, शिवपुरी, गुना, अशोक नगर, दतिया, श्योपुर, मुरैना और भिंड सहित 24 जिलों में अलग अलग स्थानों पर गरज और बिजली के साथ भारी से बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है।
आईएमडी ने कहा कि 31 जुलाई को जम्मू-कश्मीर, एक अगस्त को पंजाब में, 2अगस्त तक हिमाचल प्रदेश और4 अगस्त तक उत्तराखंड और हरियाणा में भारी बारिश के साथ उत्तर भारत के कुछ हिस्सों में वर्षा गतिविधि का वर्तमान दौर जारी रहने की संभावना है।
राजस्थान के लिए रेड अलर्ट : भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने राजस्थान के लिए 'रेड अलर्ट'जारी कर राज्य के कई जिलों में अत्यंत भारी बारिश का अनुमान लगाया है। वहीं मध्यप्रदेश के लगभग आधे हिस्से में भारी से भारी बारिश की चेतावनी जारी करते हुए विभाग ने 'ऑरेंज अलर्ट'जारी किया है, जहां अब तक औसत से 3 फीसदी अधिक बारिश हो चुकी है।
दिल्ली के लिए भी 'ऑरेंज' अलर्ट जारी किया गया है। मौसम वैज्ञानिक ने शनिवार को मध्यम बारिश और निचले इलाक़ों में जलजमाव की आशंका जाहिर की है। वहीं दिल्ली प्रशासन ने शुक्रवार को बाढ़ का अलर्ट जारी किया और यमुना के मैदानी इलाके में रह रहे लोगों से स्थान खाली कराने के प्रयास तेज कर दिए। राजधानी में यमुना के डूब वाले इलाकों में भारी बारिश के बीच जलस्तर खतरे के निशान 205.33 मीटर को पार कर गया है।
हिमाचल प्रदेश के लाहौल-स्पीति में इस सप्ताह के प्रांरभ में बादल फटने और भारी बारिश के बाद जगह-जगह भूस्खलन होने से 200 से अधिक लोग फंस गए हैं जबकि शुक्रवार को 3 ट्रैकर लापता बताए गए। महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले के प्रशासन ने महाड और पोलाडपुर तालुक़ा के गांवों के 413 परिवारों (कुल 1,555) लोगों को भूस्खलन के ख़तरों के बीच सुरक्षित स्थानों पर चले जाने के लिए कहा है।
शिमला मौसम विज्ञान केंद्र ने 3 अगस्त तक भारी बारिश की एलो चेतावनी जारी कर लोगों से नदियों और जल इकाइयों के निकट नहीं जाने की सलाह दी है क्योंकि हाल के दिनों में भारी बारिश की वजह से इनका जलस्तर बढ़ सकता है। वहीं 5 अगस्त तक मैदानी और निचले एवं मध्य पहाड़ी इलाकों में भारी बारिश और भूस्खलन की घटनाओं का अनुमान लगाया गया है।
बारिश से गई लोगों की जान : उत्तरप्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले में भारी बारिश के कारण एक मकान की छत ढहने से 3 लोगों की मौत हो गई और 4 अन्य घायल हुए हैं। पश्चिम बंगाल में शुक्रवार को बारिश से संबंधित घटनाओं में छह लोगों की मौत हो गई। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। इनमें से 5 लोगों की मौत राज्य के विभिन्न हिस्सों में भारी बारिश के बाद दीवार गिरने से हुई।
तटीय बांग्लादेश व सटे हुए पश्चिम बंगाल के ऊपर बने कम दबाव के क्षेत्र के कारण दक्षिण पश्चिम मानसून ने जोर पकड़ लिया है और राजस्थान में अच्छी बारिश हो रही है। मौसम विभाग के अनुसार, पिछले चौबीस घंटे में राज्य के कई इलाकों में भारी बारिश हुई है। विभाग ने अगले चौबीस घंटों में कई जिलों में बहुत भारी बारिश की चेतावनी देते हुए 'रेड अलर्ट जारी' किया है।
उसके अनुसार पिछले 24 घंटों में राजस्थान के करौली, भरतपुर, धौलपुर, दौसा, अलवर, झुंझुनूं, चुरू व हनुमानगढ़ जिलों में भारी वर्षा दर्ज की गई। सबसे अधिक बारिश श्रीमहावीरजी (करौली) में 268 मिमी दर्ज की गई है। इसी तरह चुरू के राजगढ़ में 135 मिमी, भरतपुर के उच्चैन में 114 मिमी, दौसा के महवा में 104 मिमी, अलवर के नीमराणा में 99 मिमी, झुंझुनू के पिलानी में 87.3 मिमी और हनुमानगढ़ के भादरा में 67 मिमी बारिश दर्ज की गई।(भाषा)