भुवनेश्वर। आंध्र प्रदेश के विजियानगरम जिले में जगदलपुर..भुवनेश्वर हीराखंड एक्सप्रेस के इंजन एवं नौ डिब्बों के पटरी से उतर जाने के कारण कम से कम 39 यात्रियों की मौत हो गयी और 69 अन्य घायल हो गये। रेलवे ने इस दुर्घटना के पीछे साजिश का संदेह जताया है। गत तीन महीनों में यह तीसरी रेल दुर्घटना है। इस बीच रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने कहा कि हीराखंड एक्सप्रेस हादसे के लिए जिम्मेदार पाए जाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
पूर्व तट रेलवे के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी जे पी मिश्रा ने बताया कि कुनेरू स्टेशन के समीप रात 11 बजे ट्रेन के इंजन और नौ डिब्बे पटरी से उतर गये। ट्रेन जगदलपुर से भुवनेश्वर जा रही थी।
अधिकारियों ने बताया कि इस हादसे में 39 यात्रियों की मौत हो गयी और 69 अन्य घायल हो गये। सात यात्रियों की हालत नाजुक है जबकि 20 उपचार के बाद अपने गंतव्य के लिए रवाना हो गए।
संभागीय रेल प्रबंधक कार्यालय ने आज शाम बताया कि बचाव अभियान करीब करीब खत्म हो गया है। रेल प्रशासन को दुर्घटनाग्रस्त डिब्बों में और शवों के फंसे होने की उम्मीद नहीं है।
दुर्घटना में ट्रेन के इंजन के अलावा उसके दो वातानुकूलित कोच, चार शयनयान कोच, दो सामान्य श्रेणी के डिब्बे और गार्ड सह यात्री कोच पटरी से उतर गए। उनमें चार डिब्बे पलट गए।
रेलवे को जहां एक ओर संदेह है कि नक्सल प्रभावित क्षेत्र में कुनेरू स्टेशन के पास ट्रेन के पटरी से उतरने की घटना पटरी से छेड़छाड़ के चलते हुई वहीं ओड़िशा पुलिस ने घटना में माओवादियों की संलिप्तता से इनकार किया है। रेलवे के अनुसार प्रथम दृष्टया रेल फ्रैक्चर के चलते ट्रेन पटरी से उतरी। यद्यपि यह पता लगाना होगा कि पटरी फ्रैक्चर तोड़फोड़ के चलते हुई या लापरवाही या रखरखाव के अभाव के चलते।
रेलवे के प्रवक्ता अनिल सक्सेना ने कहा, 'वास्तविक कारण का पता रेल सुरक्षा आयुक्त की जांच के बाद ही चलेगा।' यद्यपि उन्होंने कहा, 'साजिश होने के संकेत हैं क्योंकि दुर्घटना होने के मात्र दो घंटे पहले ही एक मालगाड़ी उसी रेल पटरी से गुजरी थी। गश्ती टीम ने भी कल निरीक्षण के दौरान पटरी को ठीक पाया था।' सक्सेना ने कहा, 'चालक ने बड़ा झटका और तेज आवाज के बाद आपातकालीन ब्रेक लगाया। क्षेत्र नक्सल प्रभावित है और यह घटना गणतंत्र दिवस से ठीक पहले हुई है।'
सूत्रों ने कहा, 'इस इलाके के नक्सलवाद से प्रभावित होने के कारण और गणतंत्र दिवस के करीब होने के कारण पटरी के साथ छेड़छाड़ किए जाने की कड़ी आशंका है। साजिश के संदेह से इनकार नहीं किया जा सकता।'
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हादसे पर गहरा दुख जताते हुए कहा, मेरी संवेदनाएं, जगदलपुर-भुवनेश्वर एक्सप्रेस के पटरी से उतर जाने के कारण अपने प्रियजनों को गंवाने वाले लोगों के साथ हैं। यह त्रासदी दुखद है। मैं रेल दुर्घटना में घायल सभी लोगों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं। रेल मंत्रालय स्थिति की करीब से निगरानी कर रहा है और त्वरित राहत एवं बचाव अभियानों को सुनिश्चित करने के लिए काम कर रहा है।
ईस्ट कोस्ट रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी जे पी मिश्रा ने बताया कि कुनेरू स्टेशन के समीप 18448 जगदलपुर-भुवनेश्वर एक्सप्रेस के 9 डिब्बे और इंजन पटरी से उतर गये।
मिश्रा ने बताया कि विजियानगरम और रायगढ़ा जिला प्रशासन बचाव अभियान में सक्रिय हैं। इस ट्रेन में 22 बोगियां थी। रायगढ़ा और विजियानगरम मार्ग पर रेल सेवाएं बाधित है। कम से कम तीन ट्रेनों को रद्द किया गया है और आठ ट्रेनों के मार्गों में परिवर्तन किया गया है।
रेल मंत्रालय के ट्वीट के अनुसार, रायगढ़ा में हेल्पलाइन नंबर इस प्रकार हैं-
इस बीच, रेलवे ने हादसे की जांच के आदेश दे दिये हैं। रेलवे के प्रवक्ता अनिल सक्सेना ने कहा, माननीय रेल मंत्री लगातार स्थिति पर नजर रखे हुये हैं और वह बेहतर राहत अभियानों के लिए रेलवे बोर्ड और मंडलीय रेलवे को लगातार निर्देश दे रहे हैं।'