देश संकट में हो और गांधी-नेहरू कंधे से कंधा मिलाकर न निकलें- ये संभव नहीं है।
आज़ादी के आंदोलन से भारत जोड़ने के आंदोलन तक का सफर गवाह है... देश को तब आज़ादी दिलाई थी और देश को आज जोड़कर दिखाएंगे।@RahulGandhi और महात्मा गांधी के प्रपौत्र तुषार गांधी...#BharatJodoYatra pic.twitter.com/AuKrOa0k9A