नई दिल्ली। पेगासस जासूसी मामले, किसानों के मुद्दे तथा महंगाई को लेकर विपक्ष के भारी हंगामे के कारण सोमवार को लोकसभा की कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित करनी पड़ी।
4 बार के स्थगन के बाद दोपहर 2 बजे सदन के समवेत होते ही कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, द्रविड़ मुनेत्र कषगम और कुछ अन्य विपक्षी दलों के सदस्य हाथों में पोस्टर और तख्तियां लिए तथा नारेबाजी करते हुए अध्यक्ष के आसन के समीप पहुंच गए। सदन का संचालन कर रहीं पीठासीन अधिकारी रमादेवी ने हंगामा कर रहे सदस्यों से अपनी अपनी सीट पर जाने का अनुरोध किया।
रमादेवी ने कहा कि सदन में कोविड जैसे महत्वपूर्ण मुद्दे पर चर्चा होनी है और हंगामा कर रहे सदस्यों को इस चर्चा में हिस्सा लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि यदि महत्वपूर्ण मुद्दों पर सदन में चर्चा नहीं होगी तो जनता सवाल पूछेगी, इसलिए सभी सदस्य अपनी-अपनी सीट पर जाएं और चर्चा होने दीजिए लेकिन सदस्य नहीं माने।
इस बीच विपक्षी सदस्य 'प्रधानमंत्री सदन में आओ' और 'अमित शाह सदन में आओ' जैसे नारे जोर-जोर से लगाने लगे। पीठासीन अधिकारी ने सदन की कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित कर दी। इससे पहले हंगामे के कारण ही प्रश्नकाल और शून्यकाल में 2-2 बार कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी थी। इसी दौरान हंगामे के बीच ही 2 विधेयक पारित करा दिए गए।(वार्ता)