नई दिल्ली। भारतीय मौसम विभाग (IMD की ओर से सोमवार को कई राज्यों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। असम में बाढ़ से स्थिति खराब हो रही है। मौसम विभाग के अनुसार दिल्ली, हरियाणा, पंजाब व इससे सटे राजस्थान में मध्यम से भारी बारिश हो सकती है। असम में बाढ़ से हालात गंभीर होते जा रहे हैं।
मौसम विभाग ने पूर्वानुमान जारी कर चेतावनी दी है कि पश्चिम बंगाल और सिक्किम समेत देश के कई हिस्सों में अगले 24 घंटों के दौरान कई इलाकों में भारी बारिश होने के आसार हैं। विभाग ने कहा कि अरुणाचल प्रदेश, बिहार, असम और मेघालय के विभिन्न इलाकों में इस दौरान अत्यधिक और कई हिस्सों में लगातार मूसलधार बारिश होने की संभावना है। साथ ही हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, उत्तरप्रदेश और तटीय कर्नाटक में अलग-अलग क्षेत्रों में भारी वर्षा की संभावना है।
जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान, मुजफ्फराबाद, उत्तरप्रदेश, बिहार, उप-हिमालयी क्षेत्र, पश्चिम बंगाल, सिक्किम, ओडिशा, अरुणाचल प्रदेश, नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, असम, मेघालय, तटीय आंध्रप्रदेश, दमन, तेलंगाना और रायलसीमा के कई क्षेत्रों में अगले 24 घंटों के दौरान गरज के साथ छींटें पड़ सकते हैं तथा दक्षिण-पश्चिम और पश्चिम में अरब सागर में इस दौरान 50 से 60 किलोमीटर की गति से तेज हवाएं चल सकती हैं।
इसी तरह पूर्वी तटवर्ती, दक्षिण-पूर्व अरब सागर और कर्नाटक तट तथा लक्षद्वीप में इस दौरान 40 से 50 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं जिसे ध्यान में रखते हुए मछुआरों को सलाह दी गई है कि वे इस अवधि के दौरान इन क्षेत्रों में समुद्र में न जाएं।
असम में बाढ़ से हालात गंभीर : असम में 5 और लोगों की मौत के साथ बाढ़ संबंधी घटनाओं में मरने वालों की संख्या 84 हो गई है। राज्य में बाढ़ एवं भूस्खलन के कारण मरने वालों की संख्या 110 हो गई है। राज्य के 33 जिलों में से 24 जिलों के करीब 25.29 लाख लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। बाढ़ से सर्वाधिक 4.53 लाख लोग गोलपाड़ा में प्रभावित हुए हैं। बारपेटा में 3.44 लाख लोग और मोरीगांव में 3.41 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने फोन पर असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल के साथ बाढ़ संबंधी हालात को लेकर चर्चा की। उन्होंने असम में बाढ़ के कारण पैदा हुए हालात से निपटने के लिए रविवार को राज्य को हरसंभव मदद मुहैया कराने का आश्वासन दिया। असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने बताया कि 18 जिलों में 521 राहत शिविरों एवं वितरण केंद्रों का संचालन किया जा रहा है, जहां 50,559 लोगों ने शरण ली है। धुबरी और गोलपाड़ा में ब्रह्मपुत्र नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। इसकी सहायक नदियां भी कई स्थानों पर खतरे के निशान से ऊपर हैं।