नई दिल्ली। हिमालय क्षेत्र में पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने के बाद उत्तर के पहाड़ी क्षेत्रों में बारिश और बर्फबारी का एक और दौर शुरू होने के बाद उत्तर पश्चिमी भारत के मैदानी इलाकों में पूर्वी हवाओं के जोर पकड़ने के कारण दिल्ली और राजस्थान सहित आसपास के इलाकों में अगले 2 दिनों तक शीतलहर से आंशिक राहत मिलने की संभावना है।
मौसम विभाग के अनुसार, उत्तर-पश्चिमी सर्द हवाएं पहाड़ी क्षेत्रों से बफीर्ली ठंडक उत्तर के मैदानी इलाकों में आने के कारण दिल्ली और आसपास के इलाकों में पिछले कुछ दिनों से सर्दी का जोर था। इस कारण से रविवार को राष्ट्रीय राजधानी का न्यूनतम तापमान घटकर 6.2 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया, जबकि दिन में भी तापमान 16.7 डिग्री सेल्सियस से ऊपर नहीं जा सका।
विभाग के अनुसार 19 जनवरी को दिन का तापमान सामान्य से 3 डिग्री सेल्सियस तक नीचे जाने के बाद सोमवार से हवाओं का रुख बदलने के कारण कड़ाके की ठंड वाले मौसम ने करवट लेना शुरू कर दिया।
विभाग ने कहा कि जम्मू कश्मीर सहित उत्तर के पहाड़ी क्षेत्रों में पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव के कारण उत्तर-पश्चिमी सर्द हवाएं कमजोर पड़ी हैं और तापमान में इजाफा करने वाली पूर्वी हवाएं मैदानी इलाकों में प्रभावी हो गई हैं। पश्चिमी विक्षोभ का प्रभाव 21 जनवरी से उत्तर भारत के पहाड़ी इलाकों में होने के कारण पर्वतीय राज्यों में अधिकांश जगहों पर हल्की से मध्यम, जबकि कुछ स्थानों पर भारी बारिश और हिमपात होने की संभावना है।
इसके अलावा सोमवार शाम से ही हवाओं की दिशा उत्तर-पश्चिमी से बदलकर दक्षिण-पश्चिमी हो जाएगी। इसके फलस्वरूप अगले 2 दिनों तक तापमान में 2 से 3 डिग्री सेल्सियस इजाफा होने के कारण सर्दी से मामूली राहत मिलने का अनुमान है।
विभाग ने बताया कि 22 जनवरी के बाद पश्चिमी विक्षोभ का प्रभाव समाप्त होने के कारण हवाओं की दिशा फिर से उत्तर-पश्चिमी हो जाएगी। इस कारण 23 जनवरी से सर्दी एक बार फिर मैदानी इलाकों में अपना असर दिखाने लगेगी। इतना ही नहीं जनवरी के अंतिम सप्ताह में पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता नहीं होने के कारण उत्तर भारत में लोगों को अगले एक सप्ताह तक कड़ाके की सर्दी का सामना करना पड़ सकता है।
विभाग द्वारा जारी पूर्वानुमान के अनुसार 23 जनवरी को न्यूनतम तापमान घटकर 6 डिग्री सेल्सियस और दिन का तापमान 16 डिग्री सेल्सियस या इसके आसपास रहने के आसार हैं। स्पष्ट है कि कड़ाके की ठंड से जनवरी में दिल्ली वालों को राहत मिलने की उम्मीद न के बराबर है।
समूचा मध्यप्रदेश कड़ाके की ठंड की चपेट में : उत्तर से आ रही बर्फीली हवाओं के कारण राजधानी भोपाल समेत समूचा मध्यप्रदेश आज कड़ाके की ठंड की चपेट में आ गया है तथा प्रदेश के हर जिले में न्यूनतम तापमान 5 से 10 डिग्री के बीच ही रहा है। प्रदेश में सबसे कम न्यूनतम तापमान 5 डिग्री बैतूल, रायसेन एवं उमरिया में रिकॉर्ड हुआ है।
सोमवार को कोई जिला ऐसा नहीं रहा, जहां रात का पारा 10 डिग्री से ऊपर गया हो। प्रत्येक जिले में न्यूनतम तापमान 5 से 10 डिग्री के बीच ही दर्ज हुआ है। गुना, राजगढ़ एवं श्योपुर जिलों में सोमवार को ‘कोल्ड डे’ रहा तथा सिवनी, बैतूल एवं रतलाम जिलों में शीतलहर चल रही है। अगले 24 घंटों के दौरान सागर, इंदौर, उज्जैन, संभागों के जिलों तथा बैतूल, नरसिंहपुर, सिवनी एवं जबलपुर में कहीं-कहीं ‘कोल्ड डे’ रहने का अनुमान है।