सर्जिकल हमला क्या है, जानिए कैसे सेना ने दिया इसे अंजाम

Webdunia
गुरुवार, 29 सितम्बर 2016 (15:49 IST)
भारतीय सेना ने पाकिस्तान के साथ लगी नियंत्रण रेखा (एलओसी) को पार कर आतंकवादियों के 7 शिविरों को ध्वस्त कर कम से कम 35 आतंकवादियों को मार गिराया है। इस पूरे अभियान को 'सर्जिकल स्ट्राइक' या 'सर्जिकल ऑपरेशन' कहा जा रहा है। आखिर क्या है यह सर्जिकल स्ट्राइक। सभी के मन में यह सवाल होगा कि कैसे भारतीय सेना ने इसे अंजाम दिया होगा।
दरअसल सर्जिकल स्ट्राइक सेना द्वारा किया जाने वाला एक गुप्त हमला होता है, जिसके जरिए किसी खास इलाके में किसी खास ठिकाने पर हमला बोलकर उसे ध्वस्त कर सेना सकुशल अपने शिविर में लौट आती है। इस हमले की योजना को खास तरह से रेखांकित किया जाता है। टारगेट को सुनिश्चित किया जाता है जिसमें यह ध्यान रखा जाता है कि किसी भी प्रकार से आम लोग या सिविलियन क्षेत्रों को इससे नुकसान न हो।

इससे रहवासी क्षेत्र, आधारभूत संरचना, आवागमन के साधन या आम अवाम और उसके उपयोग से साधनों को कोई नुकसान नहीं पहुंचता है। सेना की इस कार्रवाई में जहां ऑपरेशन को अंजाम दिया जाता है, नुकसान सिर्फ वहीं होता है। इस स्ट्राइक में सेना के स्पेशल फोर्स के घातक कमांडों रेंगते हुए वहां पहुंचेे और अचानक शिविरों पर हमला कर सभी को ध्वस्त कर लौट आए।  इस हमले में हेलीकॉप्टर का भी इस्तेमाल किया गया।
 
भारत के डीजीएमओ ले. जनरल रणबीर सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके गुरुवार को जानकारी दी है कि भारत ने एलओसी पार करके आतंकी ठिकानों पर हमले किए हैं और कई आतंकियों को मार गिराया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बुधवार की रात भारतीय सेना ने नियंत्रण रेखा के पास पीओके में आतंकी ठिकानों को निशाना बनाकर लश्कर-ए-तोइबा के 30-35 आतंकियों को ढेर किया है। इस स्ट्राइक में सेना के जवानों ने रात में 12.30 बजे से लेकर सुबह 4 बजे तक आतंकियों के 7 ठिकानों को तबाह किया है।
 
केंब्रिज डिक्शनरी के मुताबिक सर्जिकल स्ट्राइक एक सैन्य हमला होता है जो किसी ठिकाने पर किया गया हो। सर्जिकल शब्द मेडिकल के सर्जरी शब्द से आया है। सर्जिकल स्ट्राइक में छोटे हथियारों का प्रयोग किया जाता है। सर्जिकल स्ट्राइक का सबसे मशहूर उदाहरण पाकिस्तान के ऐबटाबाद में चरमपंथी संगठन अल कायदा प्रमुख ओसामा बिन लादेन के ठिकाने पर हमला था।
 
किसी भी सीमित क्षेत्र में सेना जब दुश्मनों और आतंकियों को नुकसान पहुंचाने और उन्हें मार गिराने के लिए सैन्य कार्रवाई करती है तो उसे सर्जिकल स्ट्राइक कहा जाता हैं। दरअसल जहां भी सर्जिकल स्ट्राइक किया जाता है वहां के बारे में पुख्ता जानकारी पहले जुटाई जाती है। उसके बाद समय तय किया जाता है कि सर्जिकल स्ट्राइक कब करना है। फिर इस अभियान की जानकारी बेहद गोपनीय रखी जाती है जिसकी सूचना सिर्फ चुनिंदा लोगों तक ही होती है।
 
उल्लेखनीय है कि म्यांमार में पिछले साल किया गया सर्जिकल स्ट्राइक इसका सबसे बेहतर उदाहरण है। वहां भारतीय सेना के 70 जवानों ने म्यांमार में घुसकर 40 मिनट के अंदर 38 नगा विद्रोहियों को मार गिराया था। इस ऑपरेशन में 7 विद्रोही घायल हुए थे। पूर्वोत्तर में सक्रिय उग्रवादी गुट एनएससीएन (के) के शिविरों को निशाना बनाया था।

'इंडियन एक्सप्रेस' की खबर के मुताबिक उग्रवादी संगठन एनएससीएन पर हमला करते समय भारतीय सेना म्‍यांमार सीमा में सैकड़ों मीटर तक अंदर चली गई थी। सूत्रों के अनुसार सेना की 12 पैरा ने अंतरराष्ट्रीय सीमा पर पिलर 151 के पास चेन मोहो गांव के पास से म्‍यांमार में प्रवेश किया था। 
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