मदुरै/नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी गुरुवार को तमिलनाडु के पारंपरिक खेल आयोजन जल्लीकट्टू के साक्षी बने। दूसरी ओर, भाजपा ने कटाक्ष करते हुए कहा कि कांग्रेस ने ही जल्लीकट्टू पर प्रतिबंध लगाया था। राहुल ने जल्लीकट्टू देखने के बाद कहा कि अब समझ में आया कि लोग इसे क्यों पसंद करते हैं।
पोंगल के मौके पर मदुरै में आयोजित इस कार्यक्रम में राहुल गांधी के साथ द्रमुक की युवा इकाई के सचिव उदयनिधि स्टालिन, कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल, प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष केएस अलागिरी और पुडुचेरी के मुख्यमंत्री वी नारायणसामी भी मौजूद थे।
जल्लीकट्टू तमिलनाडु के ग्रामीण इलाक़ों का एक परंपरागत खेल है जो पोंगल त्योहार पर आयोजित किया जाता है। इसमें लोग बैलों को पकड़ने एवं उन्हें काबू करने की कोशिश करते हैं।
उदयनिधि स्टालिन आयोजन स्थल पर सुबह से ही मौजूद थे और शुरू में वह मंच पर राहुल गांधी और कांग्रेस के दूसरे वरिष्ठ नेताओं के साथ नहीं बैठे थे, हालांकि बाद में वह राहुल गांधी के साथ बैठे जिसके बाद दोनों बातचीत करते देखे गए। इस साल अप्रैल-मई में होने वाले तमिलनाडु विधानसभा चुनाव में द्रमुक और कांग्रेस के बीच गठबंधन की संभावना है।
अलागिरी ने मंगलवार को कहा था कि राहुल गांधी तमिलनाडु दौरे पर जल्लीकट्टू कार्यक्रम के साक्षी बनकर केंद्रीय कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों को नैतिक समर्थन देंगे। उन्होंने यह भी कहा था कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष इस दौरे पर चुनाव प्रचार के किसी कार्यक्रम में शामिल नहीं होंगे।
हाल ही में राहुल गांधी निजी दौरे पर विदेश गए थे और वह पिछले दिनों ही लौटे हैं। विदेश से लौटने के बाद वह यहां पहली बार किसी सार्वजनिक कार्यक्रम में शामिल हुए।
भाजपा का कटाक्ष : राहुल के जल्लीकट्टू देखने के लिए तमिलनाडु पहुंचने पर भाजपा ने तीखा कटाक्ष किया। भाजपा नेता शाहनवाज हुसैन ने एक टीवी चैनल से बातचीत करते हुए कहा कि कांग्रेस ने ही जल्लीकट्टू पर प्रतिबंध लगाया था।