हादसे के बाद दिल्ली में कोचिंग कर रहे हजारों छात्र सदमें में हैं और लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं। इस बीच पहली और दूसरी मंजील पर चल रही लाइब्रेरियों ने अचानक अपने चार्ज बढ़ा दिए हैं। बताया जा रहा है कि पहले जहां 2 से 3 हजार रुपए महीना लगता था अब 4 से 6 हजार रुपए वसूले जा रहे हैं।
दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) द्वारा बेसमेंट में अवैध रूप से संचालित किए जा रहे कोचिंग सेंटर के खिलाफ की जा रही सीलिंग की कार्रवाई के कारण कक्षाएं निलंबित है। एक ओर कक्षाएं नहीं लग रही है तो दूसरी तरफ लाइब्रेरियों में बैठकर पढ़ना भी महंगा हो गया है।
इससे मुखर्जी नगर तथा राजेंद्र नगर में सिविल सेवा परीक्षा (UPSC) की तैयारी कर रहे अभ्यर्थी अनिश्चितता की स्थिति में हैं। इनमें से कई छात्र तो घर जाने की तैयारी कर रहे हैं क्योंकि घटना के बाद से कोई भी कक्षा नहीं लगी है और न ही क्लास के बारे में कोई जानकारी दी जा रही है।
भूख हड़ताल पर छात्र : राष्ट्रीय राजधानी के ओल्ड राजेंद्र नगर इलाके में 3 विद्यार्थियों की मौत मामले में कार्रवाई की मांग को लेकर लोक सेवा परीक्षाओं की तैयारी कर रहे विद्यार्थियों ने मंगलवार को राव कोचिंग सेंटर के बाहर बेमियादी भूख हड़ताल शुरू की।
एक प्रदर्शनकारी विद्यार्थी ने बताया कि 10 अभ्यर्थियों ने पीड़ित परिवारों को 5 करोड़ रुपए का मुआवजा देने सहित अन्य मुख्य मांगें पूरी होने तक अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल शुरू कर दी।
दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) की एक अन्य रिपोर्ट में पाया गया कि बेसमेंट में पानी भर जाने के कारण वहां लगा बायोमेट्रिक द्वार काम नहीं कर रहा था जिसके कारण अभ्यर्थियों की मौत हुई और उन्हें निकालने में देरी हुई। रिपोर्ट में यह भी दावा किया गया है कि कोचिंग सेंटर की इमारत के सुरक्षा कर्मचारियों ने कोई सतर्कता नहीं बरती, जिसके चलते पानी बिना रुके पार्किंग क्षेत्र को पार कर बेसमेंट में घुस गया।