Women's Reservation Bill : लोकसभा के बाद अब महिला आरक्षण बिल राज्यसभा में भी पास हो गया। राज्यसभा में यह बिल पूर्ण बहुमत से पास हो गया यानी इसके विरोध में एक भी वोट नहीं पड़ा। बिल के समर्थन में पूरे 215 वोट मिले।
राज्यसभा में महिला आरक्षण बिल पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि 2 दिन से महत्वपूर्ण विधेयक पर चर्चा हो रही थी। दोनों सदन में 132 सदस्यों ने बहुत ही सार्थक चर्चा की है। सभी राजनीतिक दलों ने बड़ी अहम भूमिका निभाई है। नारी शक्ति को विशेष सम्मान मिला है।
बिल के खिलाफ किसी ने वोट नहीं दिया। हाउस में मौजूद सभी 215 सांसदों ने बिल का समर्थन किया। अब यह बिल राष्ट्रपति के पास भेजा जाएगा। उनकी मंजूरी मिलते ही यह कानून बन जाएगा। यह बिल लोकसभा में बुधवार को पास हुआ था। प्रक्रिया पूरी होने के बाद महिलाओं को लोकसभा और विधानसभाओं में 33 फीसदी आरक्षण मिलेगा।
प्रधानमंत्री मोदी बोले- देश की नारी शक्ति को नई ऊर्जा प्रदान करेगा महिला आरक्षण विधेयक : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लोकसभा एवं राज्यों की विधानसभाओं में महिलाओं को एक तिहाई आरक्षण देने के प्रावधान वाले विधेयक को देश की नारी शक्ति को नई ऊर्जा देने वाला करार देते हुए गुरुवार को कहा कि इससे महिलाएं राष्ट्र निर्माण में योगदान देने के लिए नेतृत्व के साथ आगे आएंगी।
मोदी ने राज्यसभा में संविधान (128वां संशोधन) विधेयक, 2023 पर चर्चा के अंत में यह बात कही। उन्होंने कहा कि चर्चा में भाग लेते हुए दो दिन से (संसद में) इस महत्वपूर्ण विधेयक पर चर्चा हो रही है और करीब 132 सदस्यों ने दोनों सदनों में बहुत सार्थक चर्चा की है।
उन्होंने कहा, भविष्य में भी इस चर्चा का एक-एक शब्द हमारी आने वाली यात्रा में हम सबके काम आने वाला है, इसलिए हर बात का अपना महत्व है, मूल्य है। उन्होंने इस विधेयक का समर्थन करने के लिए सभी सदस्यों का हृदय से अभिनंदन और हृदय से आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि यह जो भावना पैदा हुई है, उससे देश के जन-जन में एक आत्मविश्वास पैदा होगा।
उन्होंने कहा कि सभी सदस्यों एवं सभी दलों ने एक बहुत बड़ी भूमिका निभाई है। प्रधानमंत्री ने कहा कि नारी शक्ति को सम्मान एक विधेयक पारित होने से मिल रहा है, ऐसी बात नहीं है। उन्होंने कहा कि इस विधेयक के प्रति सभी राजनीतिक दलों की सकारात्मक सोच होना, यह देश की नारी शक्ति को एक नई ऊर्जा देने वाला है।
उन्होंने कहा, यह (नारी शक्ति) नए विश्वास के साथ राष्ट्र निर्माण में योगदान देने में नेतृत्व के साथ आगे आएगी, यह अपने आप में हमारे उज्ज्वल भविष्य की गारंटी बनने वाली है। उन्होंने सदस्यों से अपील की कि यह उच्च सदन है, जहां उत्तम स्तर की चर्चा हुई है और वे इस विधेयक पर सर्वसम्मति से मतदान कर देश को नया विश्वास दें।
लोकसभा अनिश्चितकाल के लिए स्थगित : लोकसभा का विशेष सत्र अपने निर्धारित कार्यक्रम से एक दिन पहले ही गुरुवार को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया। इस सत्र में महिलाओं के आरक्षण से संबंधित महत्वपूर्ण विधेयक को पारित किया गया।
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने चंद्रयान-3 की सफलता और अंतरिक्ष क्षेत्र में भारत की उपलब्धियों पर चर्चा के बाद सदन की बैठक स्थगित करने की घोषणा की। कार्यवाही स्थगित करने से पहले वैज्ञानिकों की सराहना करते हुए सदन ने एक संकल्प भी पारित किया।
सदन की बैठक निर्धारित तिथि से एक दिन पहले स्थगित कर दी गई। विशेष सत्र का समापन 22 सितंबर को होना था। यह 18 सितंबर को आरंभ हुआ था। इस विशेष सत्र में पहले दिन 18 सितंबर को कार्यवाही संसद के पुराने भवन में हुई, जिसे अब संविधान सदन के नाम से जाना जाता है।
नए संसद भवन में 19 सितंबर से सदन की बैठक आरंभ हुई और पहले ही दिन महिला आरक्षण से संबंधित संविधान (128वां संशोधन) विधेयक, 2023 पेश किया गया।
कानून बनने के बाद इसे नारीशक्ति वंदन अधिनियम से नाम से जाना जाएगा। इसके तहत लोकसभा और विधानसभाओं में 33 प्रतिशत सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित करने का प्रावधान है। बिरला ने कहा कि इस विशेष सत्र में कार्य उत्पादकता 132 प्रतिशत रही। इस दौरान 31 घंटे तक सदन चला।