याकूब मेमन ने तैयार नहीं की अपनी वसीयत

Webdunia
बुधवार, 29 जुलाई 2015 (19:58 IST)
नागपुर। मुंबई विस्फोट के दोषी याकूब मेमन की फांसी से बचने के लिए उच्चतम न्यायालय में दायर एक और याचिका बुधवार को खारिज हो गई और उसे कल फांसी देने की तिथि तय है, लेकिन उसने अभी तक अपना कोई वसीयतनामा तैयार नहीं किया है। 
 
ताजा खबर यह है कि याकूब को फांसी देने के बाद उसका शव परिजनों को सौंपा जाएगा, जो उसे मुंबई ले जाएंगे। उधर मुंबई में गुरुवार को कोई अप्रिय घटना न हो, इसके लिए सुरक्षा के चाकचौबंद इंतजाम किए गए हैं।  
 
मेमन के वकील अनिल गेदाम ने आज यह बात कही। कल याकूब का 53वां जन्मदिन है और उसे फांसी पर लटकाने की तारीख भी कल ही तय की गई है।
 
गेदाम ने कहा, याकूब को उच्चतम न्यायालय से और राष्ट्रपति के समक्ष दया याचिका से भी राहत मिलने की उम्मीद थी। उसने संभवत: सोचा होगा कि वह बच जाएगा और फांसी पर नहीं लटकाया जाएगा और इसलिए उसने अपना वसीयतनामा तैयार नहीं कराया। 
 
गेदाम ने कहा कि 1993 के विस्फोटों में मौत की सजा प्राप्त एकमात्र दोषी याकूब ने सभी कानूनी उपचार अपना लिए और उसने महाराष्ट्र सरकार के मौत के वारंट को इस आधार पर चुनौती दी थी कि उच्चतम न्यायालय में 21 जुलाई को उसकी उपराचात्मक याचिका पर सुनवाई से पहले ही इसे जारी कर दिया गया। 
 
जेल मैन्युअल के चैप्टर 11 का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि मौत की सजा प्राप्त व्यक्ति के शव के बारे में निर्णय करने का अधिकार नागपुर केंद्रीय कारागार के जेल अधीक्षक को होगा। अगर परिवार शव को प्राप्त करना चाहता है तो उन्हें अधिकारियों को लिखित में देना होगा
 
फांसी पर लटकाने के बाद चिकित्सक शव का पोस्टमार्टम करेंगे, जिसमें सरकारी मेडिकल कॉलेज नागपुर के फोरेंसिक विशेषज्ञ भी शामिल होंगे। 
 
गेदाम ने कहा कि अगर परिवार शव को प्राप्त करना चाहता है तो उन्हें अधिकारियों को लिखित में देना होगा कि वे मुद्दा नहीं बनाएंगे और शव के साथ प्रदर्शन नहीं करेंगे और उसे शांतिपूर्वक दफन कर देंगे, लेकिन अंतिम निर्णय महाराष्ट्र की सरकार करेगी और उसके अंतिम संस्कार के स्थान का निर्णय वह कर सकती है।
 
वकील ने कहा कि साथ ही यह पूरी तरह महानगर एवं महाराष्ट्र के अन्य स्थानों पर कानून-व्यवस्था पर निर्भर करता है। इस बीच अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (जेल) मीरा बोरवानकर नागपुर जेल के अंदर डेरा डाले हुए हैं और याकूब को फांसी पर लटकाने से पहले केंद्रीय कारागार की व्यवस्थाओं की निगरानी कर रही हैं। (भाषा) 
Show comments

PM मोदी को पसंद आया खुद का डांस, एक्स पर किया कमेंट

राहुल गांधी ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं को लिखा खुला पत्र, पढ़िए क्या सलाह दी

PM मोदी ने संविधान को बदलने और खत्म करने का मन बना लिया : राहुल गांधी

LG ने अरविंद केजरीवाल के खिलाफ की NIA जांच की सिफारिश, खालिस्तानी संगठन से पैसा लेने का आरोप

Lok Sabha Elections 2024: क्या वाकई 2 चरणों में कम हुई वोटिंग, SBI की Research रिपोर्ट में सामने आया सच

तीसरे चरण में रात 8 बजे तक 60% से ज्यादा वोटिंग, महाराष्ट्र में सबसे कम

बंगाल में 25000 शिक्षकों की नियुक्तियां रद्द करने पर SC ने लगाई रोक, CBI को कहा- जल्दबाजी में न करे कार्रवाई

हरियाणा में 3 निर्दलीय MLA ने छोड़ा नायब सैनी सरकार का साथ

बंगाल में भारी बारिश के चलते 12 लोगों की मौत, सीएम ममता ने की संवेदना व्यक्त

सुरक्षा बलों को मिली अहम सफलता, 10 लाख के इनामी आतंकी बासित डार को 3 साथियों के साथ मार गिराया