भाजपा के खिलाफ धरने पर बैठे यशवंत सिन्हा, बेटा केन्द्र में मंत्री

Webdunia
गुरुवार, 17 मई 2018 (18:52 IST)
नई दिल्ली। भाजपा से हाल ही में अलग हुए वरिष्ठ नेता यशवंत सिन्हा कर्नाटक में एक नाटकीय घटनाक्रम में बीएस येद्दियुरप्पा को मुख्यमंत्री बनाए जाने के खिलाफ गुरुवार को यहां राष्ट्रपति भवन के सामने धरने पर बैठ गए। उल्लेखनीय है कि सिन्हा के बेटे जयंत केन्द्र की भाजपा सरकार में मंत्री हैं। 
 
धरने पर बैठने के बाद सिन्हा टि्वट कर कहा कि बीजेपी द्वारा कर्नाटक में असंवैधानिक तरीके से जो सरकार बनाई गई है उसके खिलाफ मैं राष्ट्रपति भवन के सामने धरने पर बैठा हूं आप सभी से अनुरोध है कि लोकतंत्र बचाने के लिए मेरे साथ आइए।
 
सिन्हा शाम करीब चार बजे अपने समर्थकों के साथ राष्ट्रपति भवन के सामने विजय चौक आए और वहां घास के मैदान में धरने पर बैठ गए। कर्नाटक विधानसभा चुनाव परिणाम आने के बाद वहां दो दिन से चल रहे राजनीतिक घटनाक्रम और जोड़तोड़ तथा तिकड़म की घटनाओं पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि भाजपा पहले सत्ता के लिए लोलुप नहीं रही और सत्ता को ठुकराती थी, लेकिन आज इसकी पहचान एक सत्तालोलुप पार्टी की बन गई है। 
 
उन्होंने कहा कि जिस तरह से भाजपा को वहां सरकार बनाने का न्योता दिया गया है, उससे ऐसा लगता है कि एक नई इंडियन प्रमियर लीग (आईपीएल) शुरू हो गयी है जिसमें सांसद और विधायकों की बोली लगाई जाएगी। 
 
कर्नाटक 2019 की रिहर्सल : इससे पहले सुबह भी उन्होंने एक ट्‍वीट में में 'लोकतंत्र के विनाश' का प्रयास करने के लिए भाजपा की आलोचना करते हुए कहा था कि सत्तारूढ़ पार्टी 2019 के लोकसभा चुनावों में इसी प्रकरण को दोहराएगी। उन्होंने कहा था कि आज कर्नाटक में जो हो रहा है वह एक अभ्यास है और इसे 2019 में होने वाले लोकसभा चुनावों के बाद दिल्ली में दोहराया जाएगा। 
 
उन्होंने पार्टी छोड़ने पर खुशी व्यक्त  करते हुए कहा कि मुझे बहुत ही खुशी है कि मैनें यह पार्टी छोड़ दी है जो बहुत ही ढिठाई से  कर्नाटक में लोकतंत्र का विनाश कर रही है। अगले साल लोकसभा चुनावों में अगर भाजपा बहुमत हासिल करने में नाकाम रहती है तो वह इसी प्रकरण को दोहराएगी। कृपया मेरी इस चेतावनी को नोट करिएगा।
 
गौरतलब है कि कर्नाटक के राज्यपाल वजूभाई वाला ने बहुमत के आंकड़े 112  से पीछे रहने के बावजूद भाजपा नेता और पूर्व मुख्यमंत्री येद्दियुरप्पा को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया। राज्य में 224 सदस्यीय विधानसभा के 222 घोषित नतीजों में से भाजपा को 104 सीटें और कांग्रेस को 78 तथा जनता दल (सेक्युलर) को 37 सीटें मिली हैं।
 
कांग्रेस और जद (एस) ने राज्यपाल से मिलकर सरकार बनाने की पेशकश की थी, लेकिन उन्होंने भाजपा को सबसे बड़ी पार्टी होने के नाते सरकार बनाने का न्योता दिया। येद्दियुरप्पा ने आज सुबह ही मुख्यमंत्री पद की शपथ ली और राज्यपाल ने उन्हें सदन में बहुमत साबित करने के लिए 15 दिनों का समय दिया है। (वार्ता)

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

क्या आपकी देशभक्ति पैसों के लिए छुट्टी पर है, पहलगाम आतंकी हमले को कैसे भूल गए क्रिकेटर, देशभक्ति दिखाना सिर्फ सेना का काम, सोशल मीडिया पर फूटा लोगों का गुस्सा

धर्मांतरण गैंग की शिकार मेरठ की आशा नेगी की कहानी, पढ़िए छांगुर बाबा के राइटहैंड बदर सिद्दीकी ने कैसे फंसाया जाल में

मॉनसून सत्र से पहले डोनाल्ड ट्रंप बढ़ा रहे मोदी सरकार की मुश्किल, मोदीजी, 5 जहाजों का सच क्या है? देश को जानने का हक है

बिग बैंग के कुछ ही क्षणों बाद ब्रह्मांड ने खुद को नष्ट क्यों नहीं कर लिया, सर्न की खोज में सामने आया जवाब

कहीं आपको भी तो नहीं ट्रंप की यह बीमारी, दिल तक खून पहुंचने में दिक्कत, जानिए क्या है लक्षण और इलाज

सभी देखें

नवीनतम

मानसून सत्र में गूंजेंगे कौनसे मुद्दे, INDIA Alliance की बैठक में बना फुल प्लान, 24 पार्टियां शामिल, AAP ने क्यों बनाई दूरी

पंजाब में AAP को झटका, विधायक अनमोल गगन मान का इस्तीफा, राजनीति को भी कहा अलविदा

राहुल गांधी ने PM मोदी से मांगा ट्रंप के 5 जेट्स वाले दावे पर जवाब, BJP ने कहा- कांग्रेस नेता की मानसिकता एक देशद्रोही की

Air India Express का विमान वापस लौटा, हैदराबाद से जा रहा था थाईलैंड, 98 यात्री थे सवार

Chhangur Baba : धर्मांतरण गैंग की शिकार मेरठ की आशा नेगी की कहानी, पढ़िए छांगुर बाबा के राइटहैंड बदर सिद्दीकी ने कैसे फंसाया जाल में

अगला लेख