मुंबई। विवादित इस्लामिक उपदेशक जाकिर नाईक ने धनशोधन के मामले में प्रवर्तन निदेशालय के समन के जवाब में एक और पत्र लिखकर कहा है कि एजेंसी उसे प्रश्नावली भेज सकती है क्योंकि व्यक्तिगत रूप से पेश होने पर उसे गिरफ्तारी का डर है।
नाईक ने अपने वकील महेश मुले के जरिये पत्र लिखकर कहा है, 'आमिर गजदार (नाईक के विश्वासपात्र) की गिरफ्तारी से जांच को लेकर हमारी आशंका और मजबूत हुई है और हमें भय है कि व्यक्तिगत रूप से पेश होने पर हमारे मुवक्किल के साथ भी ऐसा ही हो सकता है।' प्रचारक ने कहा है कि एजेंसी उसको प्रश्नावली भेज सकती है, जिसका वह जवाब देंगे।
नाईक ने कहा कि उसके अनिवासी भारतीय होने के बावजूद प्रवर्तन निदेशालय ने अदालत से कहा कि वह जांच में शामिल नहीं हो रहा है और जांच को गुमराह करने की कोशिश कर रहा है। समन के जवाब में इस सप्ताह की शुरुआत में नाईक ने कहा था कि वह किसी भी इलेक्ट्रॉनिक माध्यम से बयान दर्ज कराने को तैयार है। (भाषा)