ट्वीट मे प्रधानमंत्री ने कहा कि मैं विशेष रूप से प्रधानमंत्री आबे से मिलने को लेकर बेहद उत्साहित हूं, मैं उनके नेतृत्व का बहुत आदर करता हूं तथा पिछ्ली मुलाकातों में बने आपसी रिश्तों की कद्र करता हूं। प्रधानमंत्री कार्यालय की तरफ से जारी इस ट्वीट को बाद में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता सैयद अकबरुद्दीन ने रिट्वीट किया। जापानी ट्वीट के साथ-साथ अंग्रेजी अनुवाद भी इस ट्वीट में दर्ज है।
ट्वीट में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि मेरी जापान यात्रा उपमहाद्वीप के बाहर मेरी पहली द्विपक्षीय यात्रा होगी। मैं जुलाई महीने की शुरुआत में जापान की यात्रा पर जाने वाला था, किंतु संसद सत्र के कारण मैं यात्रा पर नहीं जा सका। ट्वीट मे प्रधानमंत्री ने कहा कि वे टोक्यो और क्योटो की यात्रा करेंगे और छात्रों, राजनेताओं और कंपनी प्रमुखों समेत जापानी समाज के हर वर्ग से बातचीत करेंगे।
गौरतलब है कि मोदी की जापान यात्रा की तारीखों को आगे बढ़ाए जाने को लेकर तरह-तरह की अटकलें लगाई जा रही थीं, लेकिन मोदी ने भारत जापान संबंधों को 'खास' मानने का संकेत देते हुए अपनी जापान यात्रा को पूर्व घोषित कार्यक्रम को थोड़ा बदलते हुए निर्धारित यात्रा कार्यक्रम एक और दिन के लिए बढ़ा दिया है। सनद रहे प्रधानमंत्री 30 अगस्त से 3 सितंबर तक जापान यात्रा करने वाले हैं।
जानकारों के अनुसार इस दौरे मे जापान के साथ शांतिपूर्ण कार्यों के लिए परमाणु सहयोग करार बातचीत का एक अतिमहत्वपूर्ण बिंदु होगा, भारत चाहता है कि जल्द ही यह करार हो जाए। दोनों देशों के बीच इस मामले में आपसी सकारात्मक समझबूझ के चलते ऐसी उम्मीद है कि इस बार यह बातचीत निर्णायक प्रगति की दिशा में आगे बढ़ सकेगी। इसके अलावा दोनों देशों के बीच आधारभूत क्षेत्र व आर्थिक क्षेत्र में महत्वपूर्ण समझौते होने की भी उम्मीद है।