शिवराज ने एक बार फिर नरेन्द्र मोदी को अनदेखा किया है। हालांकि यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि मोदी से जानबूझकर दूरी बनाई गई यह फिर यह एक संयोग है। या फिर मोदी ही इस महत्वपूर्ण अवसर पर खुद की उपस्थिति को टाल गए हैं।
दरअसल, शिवराज सरकार द्वारा आज अखबारों में 'नर्मदा-क्षिप्रा सिंहस्थ लिंक परियोजना के लोकार्पण कार्यक्रम' संबंधी विज्ञापन जारी किया गया है। इस विज्ञापन में अटलजी, लालकृष्ण आडवाणी, सुषमा से लेकर, गडकरी और रामदेव तक सभी को फोटो हैं, लेकिन नरेन्द्र मोदी और राजनाथ के फोटो नदारद हैं।
विज्ञापन में कहा गया है कि 'अटलजी का सपना साकार, देश की पहली नदी जोड़ो योजना'। इसमें सबसे ऊपर अटलजी का चित्र है। राजनीतिक जानकार मान रहे हैं कि शिवराज आडवाणी से निकटता दर्शाने के लिए मोदी से जानबूझकर दूरियां बना रहे हैं।
आडवाणी और मोदी के बीच की दूरियां किसी से भी छिपी नहीं हैं। हालांकि इसके पीछे तर्क दिए जा रहे हैं कि विज्ञापन में उन्हीं नेताओं के फोटो लगाए गए हैं, जो कार्यक्रम में मौजूद रहेंगे। पार्टी अध्यक्ष होने के नाते राजनाथ का फोटो इस विज्ञापन में नहीं होना भी सबको चौंका रहा है।