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आज के शुभ मुहूर्त

(शीतलाष्टमी)
  • तिथि- चैत्र कृष्ण अष्टमी
  • शुभ समय- 7:30 से 10:45, 12:20 से 2:00
  • व्रत/मुहूर्त- शीतलाष्टमी, बसौरा, हजरत अली श. दि.
  • राहुकाल-प्रात: 10:30 से 12:00 बजे तक
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गुड़ी पड़वा से शुरू हो रही है 8 दिन की चैत्र नवरात्रि, हाथी पर सवार होकर आएंगी माता रानी, जानिए फल

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हमें फॉलो करें गुड़ी पड़वा से शुरू हो रही है 8 दिन की चैत्र नवरात्रि, हाथी पर सवार होकर आएंगी माता रानी, जानिए फल

WD Feature Desk

, शुक्रवार, 21 मार्च 2025 (12:13 IST)
chaitra navratri 2025 date: चैत्र प्रतिपदा से हिंदू नववर्ष की शुरुआत होती है। इसी दिन से चैत्र माह की नवरात्रि भी प्रारंभ होती है। चैत्र माह की नवरात्रि 30 मार्च 2025 रविवार से प्रारंभ होकर 6 अप्रैल को इसका समापन होगा। 29 मार्च 2025 को शाम 04:27 बजे से प्रतिपदा तिथि प्रारंभ होगी जो 30 मार्च 2025 को 12:49 बजे समाप्त होगी। उदयातिथि के अनुसार चैत्र नवरात्रि प्रतिपदा 30 मार्च को रहेगी।ALSO READ: हिंदू नववर्ष गुड़ी पड़वा पर बन रहे हैं कई शुभ योग, जानिए कौन होगा वर्ष का राजा
 
8 दिन की नवरा‍त्रि: चैत्र नवरात्रि इस बार 8 दिन की ही रहेगी। 6 अप्रैल को रामनवमी के साथ ही इसका समापन हो जाएगा। 5 अप्रैल को अष्टमी और 6 अप्रैल को रामनवमी रहेगी। नवरात्रि का पारण यानी व्रत खोलना 7 अप्रैल को सुबह रहेगा।
 
गज पर सवार होकर आ रही माताजी: गज यानि हाथी। इस बार अम्बे माता हाथी पर सवार होकर आ रही है। कहा जा रहा है कि इससे वर्षा अच्‍छी होगी। यह किसानों के लिए शुभ है। फसल उत्पादन बढ़ेगा। देश के अन्न भंडार में बढ़ोतरी होगी। भारत में इससे धन धान्य बढ़ेगा। महंगाई कर कंट्रोल रहेगा। माता की इस सवारी को शांति और समृद्धि का प्रतीक भी माना जाता है। ALSO READ: चैत्र नवरात्रि 2025 का प्रारंभ कब होगा, घट स्थापना का क्या है मुहूर्त?
 
साधना का काल: चैत्र माह में कई लोग तंत्र साधना भी कहते हैं। इस काल को सिद्धियों के लिए अच्छा काल माना जाता है। साधकों की मनोकामना पूर्ण होगी और उनके जीवन में सुख समृद्धि आएगी। इस दौरान चंडी पाठ, दुर्गा सप्तशती पाठ और दुर्गा अष्टकम का पाठ करने से लाभ मिलता है। ALSO READ: चैत्र नवरात्रि 2025 का प्रारंभ कब होगा, घट स्थापना का क्या है मुहूर्त?
 

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