दो दिन है चैत्र प्रतिपदा, जानिए 28 और 29 के शुभ मुहूर्त

Webdunia
विविध पंचांग से विद्वानों में मतांतर है कि गुड़ी पड़वा चैत्र प्रति पदा आखिर किस दिन है? कुछ इसे 28 को मना रहे हैं और कुछ इस 29 को मान रहे हैं। पाठकों के लिए वेबदुनिया ज्योतिष विशेषज्ञ दोनों ही दिनों के घटस्थापना के शुभ मुहूर्त लेकर आए हैं। पढ़ें विस्तार से... 
 
नवरात्रि : पहली देवी शैलपुत्री की पावन कथा...
 
28 मार्च 2017 : पंडित अशोक पवांर मयंक के अनुसार 
 
चैत्र नवरात्रि मंगलवार, 28 मार्च 2017 को घटस्थापना हेतु उत्तम समय इस प्रकार है। 
 
लाभ का चौघड़िया प्रात: 11.00 बजे से 12.32 बजे तक है।
 
इस समयावधि में विजय मुहूर्त 12.20 से 12.44 तक है अत: यह समय घटस्थापना हेतु अत्यंत उत्तम है। 

चैत्र नवरात्र 28 को या 29 को? पढ़ें एक विश्लेषण
 
इसके बाद अमृत के चौघड़िया में 12.32 से 14.04 तक का समय शुभकारी है। यह समय भी घटस्थापना हेतु उत्तम रहता है। 

क्यों मनाएं चैत्र नवरात्रि पर्व 29 मार्च को? जानिए, कारण...
 
अधिकांश लोग इसी समयावधि में घटस्थापना करते हैं। राहुकाल 15.00 बजे से लेकर 16.30 बजे तक रहेगा और इसी समयावधि में शुभ का चौघड़िया है लेकिन राहुकाल की वजह से इस समय घटस्थापना नहीं होगी अत: समय नहीं दिया जा रहा है। 
 
 

 
29 मार्च 2017 : पंडित सुरेन्द्र बिल्लौरे के अनुसार 
 
चैत्र नवरात्रि पर घटस्थापना के मंगलकारी मुहूर्त
 
चौघड़िया अनुसार 
 
ब्रह्म मुहूर्त 
 
5.05 से 6.35 अमृत।
 
सुबह : 8.05 से 9.35 लाभ।
 
सुबह : 9.35 से 11.05 अमृत।
 
दोपहर : 12.35 से 2.05 शुभ।
 
रात्रि : 9.35 से 11.05 लाभ। 
 
देर रात्रि सिद्धि योग रात्रि : 12.35 से 2.05 तक 
 
लग्नानुसार मुहूर्त
 
सुबह : 5.49 से 7.20 मेष लग्न।
 
सुबह : 7.20 से 9.01 वृषभ लग्न।
 
दोपहर : 1.13 से 3.29 सिंह लग्न। 
 
शाम : 3.29 से 5.40 कन्या लग्न।
 
देर रात्रि सिद्धि के लिए रात्रि 10.06 से 12.26 तक धनु लग्न।
Show comments

क्या कर्मों का फल इसी जन्म में मिलता है या अगले जन्म में?

वैशाख अमावस्या का पौराणिक महत्व क्या है?

शनि अपनी मूल त्रिकोण राशि में होंगे वक्री, इन राशियों की चमक जाएगी किस्मत

Akshaya Tritiya 2024: अक्षय तृतीया से शुरू होंगे इन 4 राशियों के शुभ दिन, चमक जाएगा भाग्य

Lok Sabha Elections 2024: चुनाव में वोट देकर सुधारें अपने ग्रह नक्षत्रों को, जानें मतदान देने का तरीका

धरती पर कब आएगा सौर तूफान, हो सकते हैं 10 बड़े भयानक नुकसान

घर के पूजा घर में सुबह और शाम को कितने बजे तक दीया जलाना चाहिए?

Astrology : एक पर एक पैर चढ़ा कर बैठना चाहिए या नहीं?

100 साल के बाद शश और गजकेसरी योग, 3 राशियों के लिए राजयोग की शुरुआत

Varuthini ekadashi 2024: वरुथिनी व्रत का क्या होता है अर्थ और क्या है महत्व

अगला लेख