महाष्टमी विशेष : कन्या पूजन से मिलेंगे इतने लाभ कि होगा हर दुख और दरिद्रता का नाश

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नवरात्रि की महाष्टमी पर हम कन्या पूजन करते हैं लेकिन क्या आप जानते हैं कि कन्या पूजन से क्या फायदे आपको मिलेंगे जीवन में.... आइए जानें... 
 
'कुमारी' नाम की कन्या जो 2 वर्ष की होती हैं दुख और दरिद्रता का नाश, शत्रुओं का क्षय और धन, आयु की वृद्धि करती हैं। 
 
'त्रिमूर्ति' नाम की कन्या 3 वर्ष की होती है। इनका पूजन करने से धर्म-अर्थ काम की पूर्ति होती हैं पुत्र-पौत्र आदि की वृद्धि होती है। 
 
'कल्याणी' नाम की कन्या 4 वर्ष की होती है। इनका पूजन करने से विद्या, विजय, सुख-समृद्धि प्राप्त होती है। 
 
'रोहणी' नाम की कन्या 5 वर्ष की होती है। इनके पूजन से रोगनाश हो जाता है। 
 
'कालिका' नाम की कन्या 6  साल की होती हैं। इनके पूजन से शत्रुओं का नाश होता है। 
 
'चण्डिका' नाम की कन्या 7 वर्ष की होती है। इनके पूजन से धन और ऐश्वर्य की प्राप्ति होती है। 
 
'शाम्भवी' नाम की कन्या 8 साल की होती है। इनका पूजन करने से सम्मोहन, दुःख-दरिद्रता का नाश और किसी भी प्रकार के युद्ध (संग्राम) में विजय प्राप्त होती है। 
 
'दुर्गा' नाम की कन्या 9 साल की होती है। इनका पूजन क्रूर शत्रु का नाश, उग्र कर्म की साधना और परलोक में सुख पाने के लिए किया जाता है। 
 
'सुभद्रा' नाम की कन्या 10 साल की होती है। इनके पूजन से मनुष्य के सभी मनोरथ सिद्ध होते हैं। 

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