श्री दुर्गासप्तशती स्वयं साक्षात् देवी दुर्गा हैं, ऐसा ही मानना चाहिए। पूर्ण तंत्र वह अपने आप में है। नित्य पाठ करने से सभी आपदाएं दूर होकर समस्त मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। 1-1 मंत्र जपने से कोई विशेष समस्या का निवारण होता है।
1. जीवन में कभी भी कोई उपद्रव हो तो-
'रक्षांसि यन्त्रोग्रविषाश्च नागा,
यत्रास्यो दस्यु बलानि यत्र।
दावानलो यत्र तथाब्धि मध्ये,
तत्र स्थिता त्वं परिपासि विश्वम्।।'
नित्य 5 माला करें तथा अंत में हवन करें। समस्त आपदाओं का नाश होगा।
(2) समस्त कार्यों की सिद्धि के लिए तथा माता की कृपा प्राप्त करने के लिए-