इस सर्वे के मुताबिक छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार बनने जा रही है, जबकि पिछले टीवी एक्जिट पोल में यहां भाजपा को बढ़त मिलती दिखाई गई थी। इस सर्वे के मुताबिक राज्य में कांग्रेस को 47 सीटें मिलने की संभावना जताई गई है, जो की बहुमत के लिए पर्याप्त आंकड़ा है। दूसरी ओर भाजपा के खाते में 38 और अन्य के खाते में 5 सीटें जाने की संभावना जताई गई है।
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मतगणना से कुछ घंटे पहले आए इस सर्वे ने मध्यप्रदेश कांग्रेस को भी खुश होने का मौका दे दिया है, हालांकि यहां उसका सत्ता में लौटना मुश्किल ही दिख रहा है।
इस सर्वे के मुताबिक कांग्रेस को 230 में से 108 सीटें मिलने की संभावना व्यक्त की गई है, वहीं सत्तारूढ़ भाजपा जादुई आंकड़े से 2 सीट कम 113 पर सिमटती दिख रही है। यहां अन्य दलों को 9 सीटें मिलने की संभावना जताई गई है।
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टीवी पर प्रसारित एक्जिट पोल में जहां भाजपा को स्पष्ट बहुमत मिलने के साथ ही 125 से 130 सीटें मिलने की संभावना जताई गई थी, लेकिन यहां मामला उलट दिखाई दे रहा है। यहां भाजपा सबसे बड़ी पार्टी के रूप में तो उभर रही है, लेकिन जादुई आंकड़े से 4 सीट पीछे ही सिमटती दिख रही है।
इस सर्वे के मुताबिक भाजपा को राज्य में 97 सीटें मिल सकती हैं, जबकि सत्तारूढ़ कांग्रेस को 89 सीटें मिलती दिख रही हैं। यदि ऐसा होता है तो सत्ता की चाबी अन्य 14 विधायकों के पास हो सकती है। ऐसे में राजपा प्रमुख किरोड़ीलाल मीणा सरकार बनाने में अहम भूमिका निभा सकते हैं ।
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यदि यह सर्वे सटीक बैठता है कि कांग्रेस दिल्ली में चौथी बार खेल सकती है और भाजपा का वनवास अगले पांच साल और बढ़ सकता है।
इस पोल के मुताबिक दिल्ली में कांग्रेस को 31 सीटें मिलने की संभावना है, जो सरकार बनाने के लिए जरूरी सीटों से 5 सीट कम हैं। दूसरी ओर भाजपा 29 सीटों पर ही सिमटती दिखाई दे रही है।
इस सर्वे के मुताबिक आप को 5 और अन्य दलों को भी पांच सीटें मिलने की संभावना जताई गई है। स्थिति यही रहती है तो अन्य या आप मिलकर कांग्रेस की सरकार बनवा सकते हैं।
मिजोरम में स्थितियों में कोई परिवर्तन नहीं। यहां एक बार फिर कांग्रेस के नेतृत्व में ही सरकार बन रही है। यहां और सहयोगी दलों को 24 सीटें मिलने की संभावना जताई गई है, जो कि बहुमत से काफी ज्यादा हैं, वहीं एमएनएफ और अन्य दलों को 16 सीटें मिलती दिखाई दे रही हैं।