' इंडियन एक्सप्रेस' समाचार पत्र को दिए इंटरव्यू में जसोदा बेन ने कहा कि उन्हें मोदी के बारे में पढ़कर अच्छा लगता है साथ वे यह भी मानती हैं कि एक दिन मोदी जरूर देश के प्रधानमंत्री बनेंगे। जसोदा बेन को वर्तमान में 14000 रुपए पेंशन मिलती है और ज्यादातर वक्त प्रार्थना में ही गुजरता है। उन्होंने अखबार को इंटरव्यू तो दिया, लेकिन फोटो खिंचाने से साफ इनकार कर दिया।
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मोदी से अलग होने के बारे में पूछे सवाल पर जसोदा ने कहा कि एक बार उन्होंने मुझसे कहा था कि मैं पूरे देश के भ्रमण पर निकलूंगा और जहां अच्छा लगेगा जाऊंगा, तुम मेरे साथ चलकर क्या करोगी। जब मैं अपने ससुराल वडनगर गई तो उन्होंने कहा कि इतनी छोटी हो ससुराल क्यों आ गई? तुम्हें अपनी पढ़ाई पर ध्यान देना चाहिए।
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उन्होंने कहा कि मोदी से अलग होने का फैसला मेरा था और हमारे बीच कभी विवाद नहीं हुआ। उन्होंने मुझसे कभी भी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ या राजनीतिक रुझान के बारे में बात नहीं की। कई बार जब मैं ससुराल जाती थी, तो वे वहां नहीं मिलते थे। बाद में उन्होंने घर आना ही बंद कर दिया और संघ के प्रचार पर निकल गए। कुछ समय बाद मैंने भी वहां जाना बंद कर दिया और अपने पिता के घर पर रहने लगी।
दूसरी शादी क्यों नहीं की? इस सवाल पर जसोदा बेन ने कहा कि इस अनुभव के बाद मैं शादी नहीं करना चाहती थी। मेरा दिल इसे मानने के लिए तैयार नहीं था। मेरे ससुराल वाले मेरे साथ अच्छा व्यवहार करते थे। मैंने फिर से पढ़ाई शुरू की, जिसमें मेरे पिता और भाई ने मदद की।
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