* ब्रह्म मुहूर्त में उठ कर स्नानादि से निवृत्त होकर एक चांदी या स्टील के पात्र में जल भरकर स्टील के कलश से भगवान शिव की प्रतिमा या शिवलिंग पर जलाभिषेक करके स्नान कराएं।
तत्पश्चात सफेद आंकड़े के पुष्प, बिल्वपत्र लेकर सफेद चंदन या गोपी चंदन से शिवलिंग या प्रतिमा को लगाकर शुद्ध, स्वच्छ और साबुत बिल्वपत्र चढ़ाएं।
* सफेद आंकड़े के पुष्प शिवजी को अर्पण करते समय किसी भी शिव स्तुति का पाठ करते रहें। 108 सफेद आंकड़े के पुष्प लें तथा प्रत्येक पुष्प चढ़ाते समय शिव का 'महामृत्युंजय' मंत्र जप करें।
* प्रत्येक सोमवार को शिवलिंग पर स्टील या चांदी के लोटे से दूध व गंगा जल चढ़ाएं। कोई भी सफेद पुष्प से नित्य 108 बार किसी भी मंत्र का अवश्य करें। श्रद्धा भक्ति के साथ किया गया कोई भी उपाय या मंत्र जाप अवश्य सफल होता है।