नोटबंदी ने सारे देश और बाहर रह रहे भारतीयों (अप्रवासी) के सामने नोट बदलवाने की समस्या खड़ी कर दी। जहां भारत में रह रहे नागरिक जरूरी कागज़ात के साथ ही पुराने नोट बदलवा सकते हैं, वहीं इस तरह के पेपर्स की जरूरत अप्रवासी भारतीयों को भी है। इन पेपर्स में पैन कार्ड का महत्व बहुत अधिक है। जानिए अप्रवासी भारतीयों के लिए पैन कार्ड की कितनी है अहमियत...
क्या एनआरआई के पास पैन कार्ड होना जरूरी है? क्या आपका पैन कार्ड यहां चलेगा?
अगर बात पैन कार्ड की हो रही है तो अक्सर दो सवाल ही पूछे जाते हैं। पहला अगर आपके पास एक पैन कार्ड हो तो क्या आपको भारत में टैक्स रिटर्न देना होगा। दूसरा क्या सभी एनआरआई को पैन कार्ड लेकर ही भारत आना चाहिए।
भारत में टैक्स देने के लिए जरूरी बातें
आपको भारत में पैन कार्ड होने की जरूरत तभी है अगर आपकी पर्सनल आय भारत में टैक्स चुकाने के दायरे में आती है। भारत में ऐसे करोड़ों लोग हैं जिनका पैन कार्ड है परंतु उनकी आय टैक्स की रेंज में नहीं आती।
भारत में ऐसा कोई नहीं जिसके तहत हर व्यक्ति को आय पर टैक्स चुकाना होता है। सिर्फ वे ही टैक्स के दायरे में आते हैं जिनकी आय एक नियत आय से अधिक होती है, इसलिए आपकी आय इस नियत आय से ऊपर होने पर ही आपको टैक्स देना होगा। जिसके लिए भारत में बना हुआ पैन कार्ड जरूरी है।
भारत में बहुत से लोग पैन कार्ड का उपयोग बैंक अकांउट खुलवाने के लिए करते हैं। साथ ही यह एक पहचान पत्र के रूप में भी काफी उपयोग होता है।
क्या भारत आ रहे अप्रवासी भारतीयों के लिए पैन कार्ड जरूरी है?
एनआरआई, पीआईओ और भारत आ रहे विदेशियों के लिए पैन कार्ड जरूरी नहीं है। बहुत से अप्रवासी भारतीय, जिनके पास विदेश का पासपोर्ट होता है, पैन कार्ड भी बनवा लेते हैं। यही नियम भारत रह रहे नागरिकों पर भी लागू होता है, जो भारत में रहते हैं और नॉन-रेसिडेंट लेकर रख लेते हैं। भारतीय में जन्मे नागरिक और भारत की यात्रा पर आए विदेशियों को कई बार ऐसी परिस्थिति आ सकती है कि उन्हें पैन कार्ड की जरूरत आ जाए। उदाहरण के लिए, अगर गाड़ी खरीदनी हो। जब इस तरह की स्थिति बने, एनआरआई सिर्फ फॉर्म 60 भर सकते हैं। यह फॉर्म आपको पैन कार्ड से छुटकारा दिला देगा।