दशहरायै गंगायै नमः

नमः शिवायै नारायण्यै

Webdunia
- डॉ. गोविंद बल्लभ जोश ी
ND

आज गंगा दशहरा है। भारतीय जनमानस में गंगा का बहुत महत्व है। किसी कार्य में गंगा जल की एक बूंद अभिषेक के जल में मिलाकर त्रिविधिताप निवारणी बन जाती है। गंगाजल में ऐसे औषधीय तत्व विद्यमान हैं जिनसे अनेक असाध्य रोगों का इलाज संभव कहा गया है। आदि शंकाराचार्य गंगा जल के एक अंश का स्पर्श भी कर मोक्ष का कारण बताते हैं। "गंगा जल लव कणिका पीता" तथा आधिब्याधियों के निवारण के लिए गंगाजल को परम औषधि एवं वैद्य भगवान विष्णु को बताते हैं। "औषधं भागीरथी तोयं वैद्योनारायणो हरिः"

ब्रह्मपुराण के अनुसार ज्येष्ठ शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि एवं हस्त नक्षत्र में गंगा का स्वर्ग से पृथ्वी लोक में अवतरण बताया गया है। इसीलिए इस तिथि को गंगावतरण अथवा गंगा दशहरा के नाम से सनातन धर्म में बहुत ही श्रद्धा एवं भक्ति के रूप में धार्मिक पर्व से मनाया जाता है इसीलिए इस तिथि को गंगास्नान, जप, तप और विशेष उपासना की जाती है। श्रद्धालु जनता गंगा क्षेत्रों में जाकर गंगा स्नान का पुण्य अर्जित करते है अथवा घर के निकट के पवित्र सरोवरों, या घर पर भी गंगा का ध्यान कर स्नान के जल में गंगा का आह्वान कर मंत्रोच्चार के साथ श्रद्धापूर्वक स्नान कर गंगा स्नान का पुण्यलाभ अर्जित करते हैं, वैसे भी शास्त्रों में कहा है

गंगागंगेति यो ब्रूयात्‌ योजनानाम्‌ शतैरपि
मुच्यते सर्व पापेम्भ्यो विष्णुलोकं सगच्छत ि

अर्थात्‌ गंगा की सन्निधि से कोशों दूर होते हुए भी जो गंगा-गंगा ऐसा बोलते हैं वह समस्त पापों से विमुक्त हो कर विष्णुधाम के अधिकारी हो जाते हैं। धर्मशास्त्र के अनुसार पाप दस प्रकार के कहे गए हैं - तीन प्रकार के शरीर के और चार प्रकार के वाणी द्वारा किए गए एवं तीन मानसिक रूप से होने वाले पाप। अतः गंगा स्नान, गंगा एवं गंगा स्मरण, इन दस प्रकार के पापों को समाप्त कर मानव को कायिक, वाचिक एवं मानसिक रूप से निर्मल कर देती है।

ND
शास्त्रों के अनुसार इस तिथि को बुधवार हस्त नक्षत्र, व्यतीयात योग, गर करण आनंद, वृषभ राशि का सूर्य और कन्या राशि का चंद्रमा हो तो पूर्णयोग युक्त गंगा दशहरा महाफलदायक मानी गई है। गंगा जी के स्मरण के साथ उनको धरती पर लाने वाले रघुवंशी तपस्वी राजा भगीरथ एवं देवात्मा हिमालय का भी स्मरण करना चाहिए।

गंगा दशहरा को लोग दशहरा पत्रक जिसमें मकरवाहिनी गंगा का चित्र बना होता है तथा अगस्त्य, पुलस्त्य, वैशंपायन आदि तपस्वी ऋ षियों का श्लोक लिखा होता ऐसे पत्रक को अपने घर की देहली के ऊपर मुख्य द्वार पर चिपकाकर वास्तु दोष निवारण के लिए पूजा करते हैं। आचार्य अरविंद जी इस बारे में कहते हैं हिमालयी प्रदेशों में इस वास्तु पूजा का खासा महत्व है क्योंकि आकाशीय बिजली अग्निभय और अन्य प्राकृतिक आपदाओं से बचाने में इस दशहरा यंत्र पत्रक का प्रत्यक्ष प्रभाव दिखाई देता है।

मिथिलांचल के रहने वाले आचार्य बैजनाथ मिश्र कहते हैं, गोमुख से गंगा सागर तक समूचे गांगेय प्रदेशों में गंगा दशहरा बड़े उत्साह से मनाया जाता है। दिल्ली में रहने वाले हिमाचली उत्तराखंडी एवं मैथिली जनता इस पर्व को पूरे भक्ति भाव से मनाते हैं साथ ही उत्तर प्रदेश, राजस्थान, मध्य प्रदेश सहित अन्य प्रांतों के सनातन धर्मावलंबी गंगा दशहरा पर्व को पूरी श्रद्धा भक्ति से मनाते हैं। राजधानी दिल्ली के सनातन धर्म मंदिरों इस अवसर पर यज्ञ, हवन एवं गंगा माहात्म्य की कथा का दिन भर क्रम रहता है। रैगर समाज इस पर्व को बड़ी श्रद्धा भक्ति से मनाता रहा है।

करोल बाग के गंगा मंदिर में गंगा दशहरा भव्य समारोह के साथ मनाया जा रहा है। एक कथा के अनुसार संत रविदास जी ने जब मन चंगा तो कठौती में गंगा का उच्चारण किया तो गंगा माई ने उन्हें सोने का कंगन प्रस्तुत कर दिया। अतः गंगा का स्मरण भक्ति भाव एवं श्रद्धा से करने पर उनकी प्रत्यक्ष कृपा प्राप्त हो जाती है। इस प्रकार गंगा दशहरा का पर्व, शास्त्रीय विधि-विधान, लोक रीति एवं भक्ति भावना तीनों प्रकार से मनाया जाता है।

Show comments
सभी देखें

ज़रूर पढ़ें

Dussehra ke Upay: दशहरे पर करें रात में ये 5 अचूक उपाय और सभी समस्याओं से मुक्ति पाएं

Navratri Special : उत्तराखंड के इस मंदिर में छिपे हैं अनोखे चुम्बकीय रहस्य, वैज्ञानिक भी नहीं खोज पाए हैं कारण

Navratri 2024: कौन से हैं माता के सोलह श्रृंगार, जानिए हर श्रृंगार का क्या है महत्व

Diwali date 2024: विभिन्न पंचांग, पंडित और ज्योतिषी क्या कहते हैं दिवाली की तारीख 31 अक्टूबर या 1 नवंबर 2024 को लेकर?

Shardiya navratri Sandhi puja: शारदीय नवरात्रि में संधि पूजा कब होगी, क्या है इसका महत्व, मुहूर्त और समय

सभी देखें

धर्म संसार

07 अक्टूबर 2024 : आपका जन्मदिन

07 अक्टूबर 2024, सोमवार के शुभ मुहूर्त

Weekly Horoscope October 2024: इस हफ्ते किन राशियों का चमकेगा भाग्य, जानें 07 से 13 अक्टूबर का साप्ताहिक राशिफल

Weekly Panchang 2024: साप्ताहिक कैलेंडर हिन्दी में, जानें 07 से 13 अक्टूबर के शुभ मुहूर्त

विजयादशमी पर सोना पत्ती क्यों बांटी जाती है? जानें इस अनोखी परंपरा का महत्व