मां बगलामुखी की पूजा से क्या फल मिलता है?

Webdunia
बुधवार, 26 अप्रैल 2023 (16:03 IST)
Baglamukhi Jayanti 2023 : वैशाख शुक्ल की अष्टमी को मां बगलामुखी की जयंती मनाई जाएगी। अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार यह जयंती 28 अप्रैल 2023 शुक्रवार को मनाई जाएगी। मां बगलामुखी देवी 10 महाविद्याओं में से एक 8वीं महाविद्या है। गुप्त नवरात्रियों के अलावा तिथि विशेष में इनकी पूजा और साधना की जाती है। इनकी पूजा और साधना का खास महत्व माना जाता है।
 
पूजा और साधना का फल : माता बगलामुखी की साधना युद्ध में विजय होने और शत्रुओं के नाश के लिए की जाती है। इनकी साधना शत्रु भय से मुक्ति और वाक् सिद्धि के लिए की जाती है। मुकदमे आदि में इनका अनुष्ठान सफलता प्राप्त करने वाला माना जाता है। इनकी आराधना करने से साधक को विजय प्राप्त होती है। शुत्र पूरी तरह पराजित हो जाते हैं।
 
माता बगलामुखी शत्रुनाश, वाकसिद्धि, वाद विवाद में विजय के लिए इनकी उपासना की जाती है। इनकी उपासना से शत्रुओं का नाश होता है तथा भक्त का जीवन हर प्रकार की बाधा से मुक्त हो जाता है। शांति कर्म में, धन-धान्य के लिए, पौष्टिक कर्म में, वाद-विवाद में विजय प्राप्त करने हेतु देवी उपासना व देवी की शक्तियों का प्रयोग किया जाता हैं। देवी का साधक भोग और मोक्ष दोनों ही प्राप्त कर लेते हैं। वे चाहें तो शत्रु की जिव्हा ले सकती हैं और भक्तों की वाणी को दिव्यता का आशीष दे सकती हैं। देवी वचन या बोल-चाल से गलतियों तथा अशुद्धियों को निकाल कर सही करती हैं।

सम्बंधित जानकारी

Show comments
सभी देखें

ज़रूर पढ़ें

क्यों वर्ष में एक ही बार नागपंचमी पर खुलते हैं उज्जैन के नागचंद्रेश्वर मंदिर के कपाट?

नागपंचमी पर जानिए वासुकि, तक्षक और शेषनाग की कहानी

ये 3 राशियां हमेशा क्यों रहती हैं प्यासी और असंतुष्ट?

क्या फिर लौटेगी महामारी! नास्त्रेदमस और बाबा वेंगा की भविष्यवाणी में छुपे 2025 में तबाही के संकेत

शनि और मंगल का होने वाला है आमना-सामना, देश में घट सकती हैं ये 5 घटनाएं

सभी देखें

धर्म संसार

Hindi Panchang Calendar: साप्ताहिक पंचांग मुहूर्त 28 जुलाई से 03 अगस्त 2025, जानें नए हफ्ते के तीज-त्योहार

सावन मास का तीसरा सोमवार, भोलेनाथ को प्रसन्न करने के लिए आज अवश्य करें ये 5 खास उपाय

Aaj Ka Rashifal: श्रावण का तीसरा सोमवार आज, जानें 12 राशियों का कैसा बीतेगा 28 जुलाई का दिन

28 जुलाई 2025 : आपका जन्मदिन

28 जुलाई 2025, सोमवार के शुभ मुहूर्त

अगला लेख