मेष संक्रांति के 5 महत्व जानिए

अनिरुद्ध जोशी
मंगलवार, 14 अप्रैल 2020 (14:13 IST)
mesh sankranti

13 अप्रैल 2020 को अपराह्न 08 बजकर 39 मिनट पर सूर्य मीन राशि से परिवर्तित होकर मेष राशि में पहुंच गया है। अब यह 30 दिन तक मेष राशि में ही रहेगा। यह दिन सौर वर्ष का पहला दिन होता है। यानि सौर वर्ष का आरंभ मेष संक्राति के साथ होता है। आओ जानते हैं कि संपूर्ण माह क्या खास करना चाहिए।
 
 
1. स्नान-दान-तर्पण आदि के लिए यद दिन बहुत शुभ माना जाता है। 
 
2. मेष संक्रांति के दिन सत्तू और गुड़ खाया जाता है। ।
 
3. इस दिन शिव, विष्णु और काली की भी पूजा का विधान है।
 
4. मेष संक्रांति को खेती से भी जोड़कर देका जाता है। फसल की पूजा की जाती है और फिर फसल कटाई की शुरुआत होती है।
 
5. इस दिन सूर्य देवता की उपासना होती है साथ ही मौसम के बदलाव से धरती अन्न पैदा कर रही है जिससे जीवन में खुशहाली आती है। इसलिए ऋतु-परिवर्तन तथा फसलों की भरमार होने पर यह त्योहार मनाया जाता है। 

सम्बंधित जानकारी

Show comments
सभी देखें

ज़रूर पढ़ें

सावन मास में कितने और कब कब प्रदोष के व्रत रहेंगे, जानिए महत्व और 3 फायदे

शुक्र का वृषभ राशि में गोचर, 3 राशियों के लिए होगी धन की वर्षा

देवशयनी एकादशी पर करें इस तरह से माता तुलसी की पूजा, मिलेगा आशीर्वाद

sawan somwar 2025: सावन सोमवार के व्रत के दौरान 18 चीजें खा सकते हैं?

एक्सीडेंट और दुर्घटनाओं से बचा सकता है ये चमत्कारी मंत्र, हर रोज घर से निकलने से पहले करें सिर्फ 11 बार जाप

सभी देखें

धर्म संसार

सावन सोमवार से संबंधित आरती चालीसा सहित महत्वपूर्ण जानकारी

अमरनाथ यात्रा शुरू, बालटाल और नुनवान आधार शिविरों से पहला जत्था रवाना

आषाढ़ अष्टाह्निका विधान क्या है, क्यों मनाया जाता है जैन धर्म में यह पर्व

Aaj Ka Rashifal: आज ये 4 राशि वाले रखें सावधानी, 03 जुलाई का राशिफल दे रहा चेतावनी

कैलाश मानसरोवर भारत का हिस्सा क्यों नहीं है? जानिए कब और कैसे हुआ भारत से अलग?

अगला लेख