श्री राधाष्टमी पर्व : कैसे करें पूजन, जानिए...

Webdunia
प्रतिवर्ष भाद्रपद माह की शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को राधाष्टमी पर्व मनाया जाता है। अष्टमी के दिन श्रीकृष्ण की बाल सहचरी, जगजननी भगवती शक्ति राधाजी का जन्म हुआ था, इस वर्ष यह पर्व 29 अगस्त 2017 को मनाया जा रहा है।  

राधा के बिना श्रीकृष्ण का व्यक्तित्व अपूर्ण है। यदि श्रीकृष्ण के साथ से राधा को हटा दिया जाए तो श्रीकृष्ण का व्यक्तित्व माधुर्यहीन हो जाता। राधा के ही कारण श्रीकृष्ण रासेश्वर हैं। 
 
आइए जानें कैसे करें राधाष्टमी व्रत :- 
 
*  प्रातःकाल स्नानादि से निवृत्त हो जाएं।
 
*  इसके बाद मंडप के नीचे मंडल बनाकर उसके मध्यभाग में मिट्टी या तांबे का कलश स्थापित करें।
 
*  कलश पर तांबे का पात्र रखें।
 
*  अब इस पात्र पर वस्त्राभूषण से सुसज्जित राधाजी की सोने (संभव हो तो) की मूर्ति स्थापित करें।
 
*  तत्पश्चात राधाजी का षोडशोपचार से पूजन करें।
 
*  ध्यान रहे कि पूजा का समय ठीक मध्याह्न का होना चाहिए।
 
*  पूजन पश्चात पूरा उपवास करें अथवा एक समय भोजन करें।
 
*   दूसरे दिन श्रद्धानुसार सुहागिन स्त्रियों तथा ब्राह्मणों को भोजन कराएं व उन्हें दक्षिणा दें।

ALSO READ: 29 अगस्त को है राधाष्टमी : श्री राधा जी का अवतरण दिवस

 

सम्बंधित जानकारी

Show comments
सभी देखें

ज़रूर पढ़ें

29 मार्च 2025 को बन रहे हैं 6 अशुभ योग, 5 राशियों को रहना होगा सतर्क, करना होंगे 5 उपाय

गुड़ी पड़वा 2025: खुशियों और उमंग से भरे इन गुड़ी पड़वा शायरी और संदेशों से बढ़ाएं त्योहार की रौनक

गुड़ी पड़वा पर क्यों खाई जाती है कड़वी नीम और गुड़, जानिए सेहत को मिलते हैं क्या फायदे

चैत्र नवरात्रि में घर के वास्तु दोष दूर करने के लिए करिए ये सरल उपाय, मां दुर्गा की बरसेगी कृपा

चैत्र नवरात्रि 2025: दुर्गा सप्तशती का पाठ करने से हर क्षेत्र में होगी विजय

सभी देखें

धर्म संसार

28 मार्च 2025 : आपका जन्मदिन

28 मार्च 2025, शुक्रवार के शुभ मुहूर्त

गुड़ी पड़वा पर कैसे बनाएं और सजाएं गुड़ी, जानें क्या है जरूरी सामग्री?

घर की लाड़ली के लिए मां दुर्गा के 9 कल्याणकारी नाम

6 अप्रैल को दिन के 12 बजे दुनिया देखेगी रामलला का सूर्य तिलक, 20 सालों तक बढ़ता रहेगा समय, जानिए आयोजन से जुड़ी जानकारी

अगला लेख