सूर्य की कर्क संक्राति कब है, जानें इसका महत्व

WD Feature Desk
शनिवार, 29 जून 2024 (13:04 IST)
karka sankranti 2024: सूर्य के कर्क राशि में प्रवेश को कर्क संक्रांति कहते हैं। हिंदू कैलेंडर के अनुसार इसे छह महीने के उत्तरायण काल का अंत भी माना जाता है। साथ ही इस दिन से दक्षिणायन की शुरुआत होती है, जो मकर संक्रांति पर समाप्त होती है।ALSO READ: कर्क राशि वार्षिक लव लाइफ राशिफल 2024
 
कब है कर्क सूर्य संक्रांति : इस बार कर्क संक्रांति 16 जुलाई 2024 मंगलवार को रहेगी। कर्क संक्रान्ति पुण्य काल- प्रात: 05:34 से 11:29 तक। कर्क संक्रान्ति महा पुण्य काल सुबह 09:11 बजे से 11:29 बजे तक रहेगा। 
 
कर्क संक्रांति का फल : पशु पक्षियों के लिए यह संक्रान्ति अच्छी है। यह संक्रांति धन और समृद्धि लाती है। बारिश के अभाव में अकाल की सम्भावना बनेगी लेकिन महंगाई काबू में रहेगी। चीजें के दाम सामान्य रहेंगे। हालांकि लोग खांसी और ठण्ड से पीड़ित हो सकते हैं। दो राष्ट्रों के बीच संघर्ष बढ़ेगा। 
 
कर्क संक्रांति का महत्व : इस समय किए जाने वाले कार्यों में देवों का आशीर्वाद नहीं प्राप्त होता है। इस दिन सूर्यदेव को जल अर्पित करें। संक्रांति में की गई सूर्य उपासना से दोषों का शमन होता है। सूर्यदेव से सदा स्वस्थ रहने से कामना करें। आदित्य स्तोत्र एवं सूर्य मंत्र का पाठ करें। इस समय में शहद का प्रयोग लाभकारी माना जाता है। ALSO READ: अब कब लगने वाले हैं चंद्र और सूर्य ग्रहण, जानिये डेट एवं टाइम
 
दान : कर्क संक्रांति पर वस्त्र एवं खाने की चीजों और विशेषकर तेल के दान का विशेष महत्व है। सुहागन बुजुर्ग महिला को वस्त्र, किसी बुजुर्ग को पूजा में पहनने वाला धोती वस्त्र, किसी बालिका को नारंगी रंग का परिधान, किसी बालक को हरे फल और किसी नवविवाहित दम्पत्ति को भोजन कराएं।

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