उपवास तोड़ते समय रखें सावधानी

अतिरिक्त सावधानी बरतनी बेहद जरूरी

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उपवास इस तरह तोड़ें- उपवास तोड़ते वक्त अतिरिक्त सावधानी बरतनी बेहद जरूरी होती है। लम्बे समय तक उपवास करना तो सरल होता है पर तोड़ना बेहद कठिन होता है। सही तरह से उपवास न तोड़ने पर उपवासकर्ता को भंयकर अनिष्ट का सामना करना पड़ सकता है। उपवासकर्ता मृत्यु को भी प्राप्त हो सकता है। आपको यह बात पता होनी चाहिए कि उपवास की अवधि में उपवासकर्ता के पाचन संस्थान में शिथिलता आ जाती है इसलिए उपवास तोड़ते वक्त उपवासकर्ता को जल्दी पचने वाले फलों के रस में पानी मिलाकर पीना चाहिए ताकि उसका पाचन संस्थान पुनः भोजन ग्रहण करने के लायक हो सकें।

- संतरे का रस केवल एक-डेढ़ घंटे में ही पच जाता है। एक प्याला संतरे के रस में एक प्याला पानी मिलाकर दो-तीन घंटे में धीरे-धीरे लेना चाहिए।
- अगर संतरे का रस न मिले तो 10-12 मुनक्के या 20-30 किशमिश पानी में मसलकर पी लेनी चाहिए।
- उपवास तोड़ने के दूसरे व तीसरे दिन टिंडा, तोरई, परवल व लौकी का रस या सूप चार-पाँच बार लेना चाहिए।
- चौथे दिन फल सब्जी व दलिया का सेवन करना ठीक रहता है।
- पाँचवें दिन से उबली हुई सब्जी से एक-दो रोटी खाई जा सकती है। दाल, चावल, दही भी लेना शुरू कर सकते हैं।

इस तरह धीरे-धीरे सामान्य आहार पर आया जा सकता है। उपवास तोड़ते वक्त भरपूर मात्रा में पानी अवश्य पीएँ।

उपवास के लाभ- नवीनतम खोजों से यह बात सिद्ध हो चुकी है कि उपवास रखने से आयु में बढ़ोतरी होती है और शरीर की चयापचय प्रक्रिया या मैटॉबालिक प्रॉसेस में कमी आने से फ्री रेडिकल्स का निर्माण कम होता है, जिससे स्वास्थ्य ठीक रहता है। संधिवात, पाचन संस्थान के सभी रोग, दमा, गठिया, बवासीर, सोरायसिस, एक्जिमा सूजन, दुबलापन, मोटापा व अन्य कई रोगों में उपवास प्रक्रिया बेहद लाभ पहुँचाती है। उपवास से शरीर-मन और आत्मा के विकार दूर होते ही हैं साथ ही स्वास्थ्य की रक्षा भी होती है।

इस सलाह पर आप ध्यान दे कि अगर आप हाई ब्लड प्रेशर के रोगी हैं तो उपवास काल में भी औषधियों का सेवन कदापि बंद न करें। इसका आपको घातक परिणाम भुगतना पड़ सकता है। जैसे- ब्रेन हेम्रेज, हार्टअटैक व फॉलिज।

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डायबिटीज के रोगियों को भी उपवास काल में औषधियों का सेवन करना छोड़ना नहीं चाहिए। बूढ़े लोग अगर उपवास रखते हैं तो उन्हें भी इस बात का विशेष ध्यान रखना चाहिए कि शरीर में पानी व नमक की कमी न होने पाए।

एक दिन में कम से कम एक लीटर दूध का सेवन जरूर करें। अगर आपका वजन ज्यादा है तो आप उपवास काल का पूरा-पूरा फायदा उठा सकते हैं। इस अवधि में आपको खूब तरल पदार्थ लेने चाहिए। जैसे-सूप के फैट फ्री दूध, मौसंबी, अनार व सेब का जूस, मट्ठा, कच्ची लौकी का जूस।

स्लिम दिखने के चक्कर में ज्यादा उपवास रखने से, सही तरीके से उपवास न रखने से, उपवास रख के वजन घटाने या बढ़ाने, अव्यवस्थित खान-पान से अकसर लोगों को खतरनाक शारीरिक व मानसिक रोग ब्लूमिया हो जाया करता है। इस रोग के रोगियो में तीव्र डिप्रेशन और कभी-कभी ज्यादा खाने के लक्षण प्रकट हो जाते हैं। इसलिए जरूरी है कि जब भी उपवास रखें तो सोच समझकर ही रखें और हमेशा उपवास काल में लेख में लिखी तमाम बातों को अमल में अवश्य लाएँ, तभी आप उपवास का सही लाभ प्राप्त कर सकते हैं।

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