एक बहुत ही करीबी मुकाबले में भारतीय हॉकी टीम ने औसत खेल दिखाते हुए भी 2-1 से स्पेन को मात दे दी और पेरिस ओलंपिक में कांस्य पदक हासिल कर लिया। स्पेन ने दूसरे क्वार्टर में पेनल्टी स्ट्रोक के बदौलत पहला गोल कर के बढ़त हासिल की लेकिन भारत के मनप्रीत सिंह ने 2 पेनल्टी कॉर्नर पर गोल दागकर भारत को 2-1 से एतिहासिक जीत दिलाई।
यह लगातार दो ओलंपिक में भारत की दूसरी जीत है। पिछले ओलंपिक में हॉकी इंडिया ने जर्मनी को 3-2 से हराकर कांस्य पदक जीता था।
आज यहां यवेस-डु-मनोइर स्टेडियम में खेले गये मुकाबले में पहला क्वार्टर में गोल रहित रहा। हांलाकि इस दौरान भारत ने नौ बार आक्रामक तरीके से सर्कल में प्रवेश किया लेकिन स्पेनिश गोलपोस्ट में गोल करने में सफल नहीं हुये।
उसके बाद स्पेन ने दूसरे क्वार्टर में आक्रामक शुरुआत करते हुए केवल तीन मिनट बाद मिले पेनल्टी स्ट्रोक को मार्क मिरालेस ने 18वें मिनट में गोलकीपर पीआर श्रीजेश को चकमा देते हुए शीर्ष-दाएं कोने से गोल दागकर अपनी टीम को बढ़त दिलाई।
इसके बाद दूसरे क्वार्टर में भारतीय कप्तान हरमनप्रीति ने पेनल्टी कॉर्नर को गोल में बदलने कर 1-1 से बराबरी कर ली। तीसरे क्वार्टर में हरमनप्रीति ने फिर से गोल दाग कर भारतीय टीम को बढ़त दिला दी। इसकी के साथ ही टूर्नामेंट में हरमनप्रीति के गोलों की संख्या 10 हो गई।
भारतीय कप्तान को दो मिनट बाद गोल करने का एक और मौका मिला, लेकिन वह स्पेनिश गोलकीपर को चकमा देने में विफल रहे।चौथे क्वार्टर में दोनों टीमों ने आक्रामक प्रदर्शन किया और कई पेनल्टी कार्नर के मौके बनाये लेकिन वे इसे गोल में तब्दील नहीं कर सकी।