मूर्छा कुम्भक प्राणायाम योग का लाभ

Webdunia
मूर्छा का अर् थ होता है बेहोशी। इस कुम्भक के अभ्यास से वायु मूर्छित होती है, लेकिन व्यक्ति नहीं। परिणामतः मन भी मूर्छित होता है, इसी कारण इसे मूर्छा कुम्भक प्राणायाम ( murcha pranayama) कहा जाता है। मूर्छा प्राणायाम का अभ्यास अधिक कठिन है।

विधि- सिद्धासन में बैठ जाएं और गहरी श्वास लें फिर श्वास को रोककर जालन्धर बंध लगाएं। फिर दोनों हाथों की तर्जनी और मध्यमा अंगुलियों से दोनों आंखों की पलकों को बंद कर दें। दोनों कनिष्का अंगुली से नीचे के होठ को ऊपर करके मुंह को बंद कर लें। इसके बाद इस स्थिति में तब तक रहें, जब तक श्वास अंदर रोकना सम्भव हों। फिर धीरे-धीरे जालधर बंध खोलते हुए अंगुलियों को हटाकर धीरे-धीरे श्वास बाहर छोड़ दें। इस क्रिया को 3 से 5 बार करें।

लाभ- इस क्रिया को करते वक्त पानी बरसने जैसी आवाज कंठ से उत्पन्न होती है, तथा वायु मूर्छित होती है, जिससे मन मूर्छित होकर अंततः शान्त हो जाता है। इस प्राणायाम के अभ्यास से तनाव, भय, चिंता आदि दूर होते हैं। यह धातु रोग, प्रमेह, नपुंसकता आदि रोगों को खत्म करता है। इस प्राणायाम से शारीरिक और मानसिक स्थिरता कायम होती है।

सावधानी- श्वास को रोककर रखते समय मन में किसी भी प्रकार के विचार न आने दें। यह क्रिया हाई ब्लडप्रेशर, चक्कर या मस्तिष्क से पीड़ित लोगों को नहीं करनी चाहिए। इस क्रिया से शरीर में ऑक्सीजन की मात्रा कम होने से हृदय की गति कम हो जाता है, जिससे व्यक्ति बेहोशी की अवस्था में चला जाता है, लेकिन वह बेहोश नहीं होता है। इसीलिए इस क्रिया को योग शिक्षक की देख-रेख में ही करना चाहिए।-शतायु

Show comments

चेहरे को हफ्ते में कितनी बार स्क्रब करना होता है सेफ? जानें स्क्रब करने का सही तरीका

डेट पर जमाना है अपना इम्प्रेशन तो ये 5 Casual Trouser करें ट्राई

महेंद्र सिंह धोनी का ये 1 घंटे वाला फिटनेस मंत्र दे सकता है आपको Workout Motivation

जज्बे को सलाम! बीमारी के बाद काटने पड़े हाथ-पांव, फिर भी संसद पहुंचे, लड़ना चाहते हैं चुनाव

पुरुष गर्मी में चेहरे को तरोताज़ा रखने के लिए ट्राई करें ये 4 आसान फेस पैक

पहली बार करने वाले हैं बालों में कलर, तो इन बातों का रखें खास खयाल

सफेद बालों से हैं परेशान? ड्राईफ्रूट से करिए बाल काले, घने और चमकदार

बड़ा मंगल पर हनुमान जी के लिए घर पर बनाएं ये खास भोग, नोट करें रेसिपी

पीले और नारंगी रंग की सब्जियां और फल खाने से सेहत को मिलते हैं ये फायदे

महंत अवैद्यनाथ की जयंती, जानें 11 खास बातें