महाकुंभ के दौरान क्यों हठयोगी नहीं काटते हैं अपने नाखून और बाल, क्या हैं हठयोग के अनोखे नियम

WD Feature Desk
बुधवार, 12 फ़रवरी 2025 (16:50 IST)
Hatha Yogi in Maha Kumbh : महाकुंभ एक ऐसा महापर्व है जो लाखों श्रद्धालुओं को अपनी ओर आकर्षित करता है। इस दौरान कई तरह के साधु-संत और अखाड़े अपने अनोखे रीति-रिवाजों और परंपराओं का पालन करते हैं। इनमें से हठयोगी भी शामिल हैं, जो अपनी कठिन तपस्या और नियमों के लिए जाने जाते हैं। क्या आप जानते हैं कि हठयोगी अपने नाखून और बाल क्यों नहीं काटते? आइए जानते हैं इसके पीछे के रहस्य।

हठयोगी और उनके नियम
हठयोग एक प्राचीन भारतीय आध्यात्मिक परंपरा है, जिसमें शारीरिक और मानसिक तपस्या के माध्यम से मोक्ष प्राप्त करने का मार्ग बताया गया है। हठयोगी अपने जीवन को कठोर नियमों और तपस्याओं में बांधते हैं। इनमें से कुछ नियम बेहद अनोखे होते हैं, जैसे कि नाखून और बाल न काटना।

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क्यों नहीं काटते हैं नाखून और बाल?
हठयोगियों के नाखून और बाल न काटने के पीछे कई धार्मिक और आध्यात्मिक कारण बताए जाते हैं:
महाकुंभ के दौरान हठयोगी बड़ी संख्या में प्रयागराज में संगम के तट पर आते हैं। वे यहाँ अपनी तपस्या को और अधिक सिद्धि प्रदान करने के लिए विशेष अनुष्ठान करते हैं। महाकुंभ में स्नान और संगम में डुबकी लगाने से उनकी आध्यात्मिक ऊर्जा और भी बढ़ जाती है।
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