कोटा। राजस्थान में बड़ी राजनीतिक चुनौती और विरोधी लहर का सामना कर रही भाजपा को अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के करिश्मे का सहारा है।
कई भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं ने पिछले कुछ दिनों में कहा है कि विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार के जोर पकड़ने और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चुनावी रैलियों को संबोधित करना और रोड शो शुरू करने के साथ ही राज्य में पार्टी के खिलाफ माहौल बनने की कथित अवधारणा खत्म हो जाएगी।
कोटा में भाजपा के स्थानीय नेता परिमल रूडी ने बताया कि भाजपा की अगले दो महीने में राज्य में मतदाताओं के साथ अधिक संपर्क और प्रधानमंत्री की अधिक से अधिक रैलियां आयोजित करने की योजना है।
भाजपा चुनाव प्रबंधन समिति ने घोषणा की है कि मोदी मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की 'राजस्थान गौरव यात्रा' के समापन के अवसर पर छह अक्टूबर को अजमेर में एक विशाल रैली को संबोधित करेंगे।
उत्तरी कोटा विधानसभा क्षेत्र से भाजपा के एक प्रवक्ता ने कहा, 'हम उम्मीद कर रहे हैं कि इस रैली में 51 हजार से अधिक मतदान केंद्रों से पार्टी कार्यकर्ता और समर्थक हिस्सा लेंगे। सभी भाजपा कार्यकर्ताओं के कड़ी मेहनत करने का वक्त आ गया है। यह हमारी कड़ी मेहनत ही है जिसके बल पर भाजपा ने त्रिपुरा जैसे राज्य में विधानसभा चुनाव में जीत हासिल की जहां हमारी पकड़ बहुत कमजोर थी।'
पार्टी की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष मदनलाल सैनी ने राज्य में भाजपा विरोधी लहर के दावे को खारिज करते हुए कहा है कि राजस्थान में कांग्रेस नेताओं में जनता का सामना करने की हिम्मत नहीं है। (वार्ता)