Raksha Rakhi Bandhan Muhurat: रक्षा बंधन का शुभ मुहूर्त कब से कब तक है?

रक्षा बंधन 2024 पर भद्रा काल, पंचक, राहुकाल, दुर्मुहुर्त और गुलिक काल को छोड़कर बांधें राखी

WD Feature Desk
शनिवार, 10 अगस्त 2024 (17:44 IST)
Raksha bandhan 2024: सावन मास की पूर्णिमा तिथि को रक्षाबंधन का पर्व मनाते हैं। इस बार यह त्योहार 19 अगस्त 2024 सोमवार के दिन मनाया जा रहा है। रक्षा बंधन पर भद्रा काल दोपहर 01:30 तक रहेगा और शाम को 07 बजे से पंचक प्रारंभ हो जाएगा। राहुकाल सुबह 07:31 से 09:08 तक रहेगा। दोपहर 12:51 से 01:43 तक अशुभ दुर्मुहुर्त रहेगा। इसके बाद अशुभ गुलिक काल है। ऐसे में राखी बांधने का शुभ मुहूर्त कब से कब तक रहेगा।
 
रक्षा बन्धन पर भद्रा काल:-
भद्रा पूंछ- सुबह 09:51 से 10:56 तक।
भद्रा मुख- सुबह 10:56 से दोपहर 12:37 तक।
भद्रा अन्त समय- दोपहर 01:30 से।
कब बांधें राखी : सुबह से लेकर दोपहर 03 बजकर 40 मिनट तक राखी नहीं बांध सकते हैं। इसके बाद शाम 7 बजे के पहले तक राखी बांध सकते हैं क्योंकि शाम 7:00 बजे से पंचक प्रारंभ होंगे। इसलिए शाम 7 के पहले ही राखी बांध लें।
 
रक्षाबंधन पर राखी बांधने का शुभ मुहूर्त:-
अभिजीत मुहूर्त: सुबह 11:58 से दोपहर 12:51 तक।
विजय मुहूर्त: दोपहर 02:35 से दोपहर 03:27 तक।
गोधूलि मुहूर्त : शाम 06:56 से 07:18 तक। 
रक्षा बंधन प्रदोष मुहूर्त : शाम 06:56:06 से रात्रि 09:07:31 तक।
सर्वश्रेष्ठ मुहूर्त : मध्याह्न 3:30 से 6:45 मिनट तक।
 
भाई बहन का एक दूसरे की रक्षा हेतु बंधन : रक्षाबंधन पर भाई जहां बहन की रक्षा का वचन देता है वहीं बहन यह रक्षा सूत्र बांधकर भाई की रक्षा की कामना करती है। इस अवसर पर भाई कोई न कोई उपहार जरूर देता है। माना जाता है कि राजसूय यज्ञ के समय भगवान कृष्ण को द्रौपदी ने रक्षा सूत्र के रूप में अपने आंचल का टुकड़ा बांधा था। इसी के बाद से बहनों की ओर से भाई को राखी बांधने की परंपरा शुरू हो गयी। यह त्यौहार भाई-बहन के असीम प्रेम और अटूट रिश्ते को दर्शाता है और राखी का धागा दोनों के स्नेह को दर्शाता है। देशभर के अलग-अलग हिस्सों में इसे अलग-अलग तरीके से मनाया जाता है। राखी बांध कर तिलक लगाकर भाई को मीठा जरूर खिलाया जाता है।

सम्बंधित जानकारी

Show comments
सभी देखें

ज़रूर पढ़ें

क्या नजर लगने से बिगड़ने लगते हैं काम? जानिए प्रेमानंद महाराज ने क्या बताई सच्चाई

नास्त्रेदमस की भविष्यवाणी, इस घटना से होगी तीसरे विश्व युद्ध की शुरुआत

जगन्नाथ रथयात्रा 2025: क्या है जगन्नाथ मंदिर का इतिहास, कितना प्राचीन है यह मंदिर?

12 साल बाद मिथुन में गुरु और सूर्य की युति पर राहु की नजर से होगा 3 राशियों को लाभ, 5 राशियों को नुकसान

जगन्नाथ रथयात्रा 2025: कैसे करें घर में प्रभु श्री जगन्नाथ की पूजा, जानिए शुभ मुहूर्त और विधि

सभी देखें

धर्म संसार

इस बार 'भड़ली-नवमी' पर नहीं होंगे विवाह, अभी जान लीजिए कारण

प्राचीन ईरानियों ने यरुशलम के यहूदी धर्म को किस तरह बचाया?

विष्णुशयन एकादशी विशेष: क्यों प्रभु कभी नहीं सोते, पढ़ें रोचक जानकारी

इस्लाम और यहूदी धर्म में क्या है समानता?

श्रावण माह में इस बार कितने सोमवार हैं और किस तारीख को, जानिए

अगला लेख