* इस्लाम धर्म के इन विशेष मंत्रों से करें रमजान में दुआ, होगी कुबूल...
रोजे की निय्यत
बि सोमि गदिन नवैतु मिन शहरि रमजान
बिस्मिल्लाहिर्रहमाननिर्रहीम
मां-बाप के लिए दुआ
हदीस शरीफ में है कि जिसके वाल्देन या इन दोनों में से एक गुजर जाए और वो शख्स अपनी जहालत से उनकी नाफरमानी करता रहा हो तो अब उसे चाहिए कि इनके लिए हमेशा दुआएं मगफिरत करता रहे और उनके लिए इस्तगफार करता रहे, तो उस शख्स का नाम फरमाबरदारों में शुमार हो जाएगा। जो शख्स नीचे दी गई दुआ पढ़े और इसके बाद ये दुआ करे कि या अल्लाह इसका सवाब मेरे वाल्देन को पहुंचा दे तो उसको अल्लाह की जात से उम्मीद रखनी चाहिए कि उसने अपने वाल्देन का हक अदा कर दिया।