अमझेरा। धार जिले के अमझेरा में सोमवार को तेंदुए ने 10 साल के बच्चे पर हमला कर दिया। बच्चा दोस्तों के साथ भेरूघाट जंगल में मवेशी चराने गया था, जहां झाड़ियों में छिपे तेंदुए ने उसे दबोच लिया। तेंदुए को देख दूसरे साथी जान बचाकर भागे और ग्रामीणों को सूचना दी। जब तक लोग उसे बचाने पहुंचे तेंदुए ने उसकी जान ले ली थी।
बाद में मौके पर पहुंची पुलिस ने पोस्टमॉर्टम के लिए शव को जिला अस्पताल पहुंचाया। पिछले 2 साल में 6 मासूम तेंदुए का शिकार हो चुके हैं। जानकारी के अनुसार सोमवार सुबह 10 साल का मासूम संदीप पिता राजू भील दोस्तों के साथ मवेशी चराने जंगल में गया था। वह होलीबयड़ा क्षेत्र में झाड़ियों के बीच मवेशियों को देख रहा था। इसी दौरान झाड़ियों में छिपे आदमखोर तेंदुए ने संदीप पर हमला कर दिया। तेंदुए को देख उसके साथी चीखते हुए गांव की ओर जान बचाकर भागे। बच्चों की सूचना पर परिजन तत्काल उसे बचाने जंगल में पहुंचे, जहां संदीप की क्षत-विक्षत लाश मिली।
मौके पर पहुंचे लोगों ने बताया कि संदीप के शिकार के बाद तेंदुआ वहां से भाग गया। कुछ देर बाद वह वापस शव के पास आया और शव को लेकर जाने की कोशिश की। तेंदुए पर एक युवक की नजर पड़ी तो उसने शोर मचाया। शोर सुन वह झाड़ियों में छिप गया। कुछ देर बाद फिर से उसने शव को लेकर जाने की कोशिश की, लेकिन ग्रामीणों के शोर मचाने और पत्थर मारने पर उसने खाई की ओर छलांग लगा दी।
नाना के घर गया था बालक : संदीप मूल रूप से अमझेरा का रहने वाला था। कुछ दिन पहले ही वह अपने नाना के घर आया था। जहां संदीप का शव मिला है, वहां से उसके नाना का घर करीब 2 किमी दूर है।
2 साल में तेंदुए ने ली 6 मासूमों की जान : भेरूघाट का करीब 10 किमी का क्षेत्र बहुत घना है। यहां पर कई प्रकार के जानवर रहते हैं। पिछले दो साल में इसी क्षेत्र में तेंदुए ने 6 मासूमों की जान ली है। अब तक नयापुरा, धौला हनुमान, हाथीपावा और केशवी गांव के बच्चे जान गंवा चुके हैं।