जम्मू। शोपियां में हुई मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने चार आतंकियों को मार गिराया है। जानकारी के अनुसार शोपियां के मनिहाल गांव में 4 आतंकियों को मुठभेड़ में ढेर कर दिया गया है। कश्मीर जोन की पुलिस ने बताया कि मारे गए आतंकी लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े हुए थे। इस संयुक्त ऑपरेशन को सेना की 34 आरआर, पुलिस और सीआरपीएफ ने मिलकर अंजाम दिया है। इस ऑपरेशन में सुरक्षाबलों को एक एके-47 और 3 पिस्टल मिली हैं।
पुलिस महानिरीक्षक विजय कुमार ने जिला शोपियां के मनिहाल इलाके में मुठभेड़ के दौरान मार गिराए गए 4 स्थानीय आतंकियों की जानकारी देते हुए कहा कि उन्हें आत्मसमर्पण करने के लिए कई बार मौके दिए गए परंतु उन्होंने एक भी नहीं सुनी। हमने एक आतंकी की पत्नी को भी मुठभेड़ स्थल पर बुलाया ताकि वे आत्मसमर्पण करने के लिए मान जाएं परंतु उन्होंने घर के भीतर से सुरक्षाबलों पर गोलियां बरसाना जारी रखा।
आईजीपी ने कहा कि ये आतंकी लश्कर-ए-तैयबा, लश्कर-ए-मुस्तफा आतंकी संगठन से जुड़े हुए थे। मुठभेड़ स्थल से तीन पिस्तौल और एक एके राइफल व उसकी मैगजीन बरामद हुई है। मारे गए आतंकियों में रईस अहमद भट, पिछले साल अक्टूबर से, आकिब अहमद मलिक (पिछले साल नवंबर से), आफताब अहमद वानी (पिछले साल दिसंबर से) जबकि अमीर शफी मीर (इस साल फरवरी से) सक्रिय था।
आईजीपी ने बताया कि इस साल कश्मीर घाटी में नौ मुठभेड़ हुई। इनमें एक उत्तर कश्मीर जबकि अन्य आठ दक्षिण कश्मीर में हुई। यही नहीं इन मुठभेड़ों के दौरान 19 आतंकवादी मार गिराए गए। मारे गए आतंकियों में 9 शोपियां जिले के थे। यही नहीं इनमें दो शीर्ष कमांडर शामिल थे, जिनके नाम गनी ख्वाजा और सज्जाद अफगानी थे। यह सुरक्षाबलों की बड़ी सफलता मानी जाती है।
उन्होंने बताया कि इस साल घाटी के 18 युवा विभिन्न आतंकवादी रैंकों में शामिल हुए। उनमें से 5 विभिन्न मुठभेड़ों में मार गिराए गए हैं जबकि तीन अन्य को गिरफ्तार किया गया है। बाकी अभी सक्रिय हैं। हम उनके परिवारों के संपर्क में हैं। प्रयास किए जा रहे हैं कि भटके हुए इन युवाओं को वापस घरों में लाया जाए। आईजीपी ने कहा कि इसमें काफी हद तक सफलता भी मिली है अभी तक सात युवाओं को उनके परिवारों की मदद से मुख्यधारा में वापस लाया गया है।