तरनतारन। पंजाब के जिला तरनतारन के गांव सिंहपुरा में रविवार को पुलिस के साथ हुई एक मुठभेड़ में 2 निंहग सिखों की मौत हो गई, जबकि पुलिस के 2 एसएचओ गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। घायलों को अमृतसर के अमनदीप अस्पताल में भर्ती करवाया गया है।
पुलिस अधिकारी के अनुसार, मारे गए दोनों निहंग सिखों की पहचान गुरदेव सिहं निवासी अमृतसर और मेहताब सिंह निवासी आनंदपुर साहब के तौर पर हुई है। पुलिस अधिकारी के अनुसार, दोनों बदमाश 11 मार्च को नंदेड़ साहब में हुई बाबा संतोख सिंह की हत्या में वांछित थे।
आज सुबह एक सूचना के आधार पर छापामारी करने गई थाना वल्टोहा और खेमकरण की पुलिस पार्टियों पर निहंग सिंहों ने कृपाणों से हमला कर दिया। हमले में दोनों थानों के प्रभारी घायल हो गए। पुलिस ने जवाबी कार्रवाई में दोनों हमलावरों को मार गिराया।
थाना भिखीविंड के हेड कांस्टेबल सरबजीत सिंह की दस दिन पहले मौत हो गई थी। सरबजीत सिंह की भोग की रस्म गांव छिछरेवाल में चल रही थी। इसी दौरान पुलिस को सूचना मिली कि कुछ बदमाश क्षेत्र में घूम रहे हैं। इस पर थाना वल्टोहा के प्रभारी इंस्पेक्टर बलविंदर सिंह व खेमकरण के प्रभारी सब इंस्पेक्टर नरिंदर सिंह गांव सिंहपुरा पहुंचे। निहंग सिखों के वेश में कुछ लोगों ने तेजधार हथियारों से दोनों पुलिस अधिकारियों पर हमला कर दिया।
इसके बाद इलाके की बड़े स्तर पर घेराबंदी की गई। घेराबंदी के दौरान आरोपियों ने पुलिस पार्टी पर बार-बार हमले किए, जिसमें तेजधार हथियारों से दोनों अधिकारी गंभीर रूप से घायल हो गए। हमले में एक अधिकारी का हाथ कट गया तो दूसरे की उंगलियां कट गईं जिन्हें उपचार के लिए अस्पताल ले जाया गया है। एसएसपी ध्रुमन एच निंबाले, एसपी डॉ. महिताब सिंह, जगजीत सिंह वालिया समेत वरिष्ठ पुलिस अधिकारी भी मौके पर रवाना हो चुके हैं।
उल्लेखनीय है कि पिछले साल पटियाला में निहंगों ने ड्यूटी पर तैनात सहायक पुलिस निरीक्षक हरजीत सिंह पर तलवार से हमला कर दिया था। इसमें उनकी कलाई कटकर अलग हो गई थी। हरजीत खुद कटा हाथ लेकर स्कूटर पर सवार होकर अस्पताल पहुंचे थे। बाद में उनकी सफल सर्जरी हुई थी।(वार्ता)