जम्मू में 3 हफ्ते में 3 आतंकी हमले, फिर भी दावा परिंदा पर नहीं मार सकता

सुरेश एस डुग्गर
रविवार, 22 जनवरी 2023 (13:02 IST)
जम्मू। इस साल के पहले 3 हफ्ते में जम्मू संभाग 3 खतरनाक हमलों से दहल चुका है। 7 लोग जान भी गंवा चुके हैं और दर्जनभर जख्मी हैं। इसके बावजूद दावा यही किया जा रहा है कि परिंदा भी पर नहीं मार सकता है।

जम्मू में ताजा आतंकी हमला दोहरे बम विस्फोटों के साथ उस समय हुआ जब पूरे प्रदेश में 'भारत जोड़ो यात्रा' और गणतंत्र दिवस समारोह के उपलक्ष्य में हाईअलर्ट मोड में सुरक्षाबल चप्पे-चप्पे को छान रहे थे। कल नरवाल इलाके में होने वाले विस्फोट कोई पहली बार नहीं थे पर इतना जरूर था कि पहली बार कुछ मिनटों के अंतराल के बाद हुए दो विस्फोटों ने सुरक्षाबलों को चौंका दिया है।

हालांकि 24 घंटे बीत जाने के उपरांत भी सुरक्षाधिकारी यह पता नहीं लगा पाए हैं कि धमाके कैसे हुए थे, पर सूत्र इतना जरूर दावा करते थे कि नरवाल में आतंकियों के स्लीपर सेल बहुत बड़ी संख्या में सक्रिय हैं, यह उनका काम हो सकता है।

जानकारी के लिए नरवाल से सटे बठिंडी इलाके से पहले भी कई बार आतंकी व उनके कई सहयोगी पकड़े जा चुके हैं। ऐसे में नरवाल के दूसरी ओर सटे रेलवे स्टेशन पर आतंकी खतरा मंडरा रहा है, इससे कोई इनकार नहीं कर रहा है।

वैसे सुरक्षाधिकारी दबे स्वर में स्वीकार करते थे कि जम्मू संभाग अब आतंकी निशाने पर है क्योंकि कश्मीर में सुरक्षाबलों के दबाव के चलते आतंकी अब दक्षिण का रुख कर रहे हैं। राजौरी के डांगरी में हुए दोहरे आतंकी हमले तथा कुछ दिन पहले नरवाल से 10 किमी दूर सिद्दड़ा पुल पर मारे गए चार आतंकियों के मामलों को ये अधिकारी इसी के साथ जोड़कर देखते हैं।

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

सबसे प्रतिष्ठित नेताओं में से एक थे मनमोहन, आर्थिक नीति पर गहरी छाप छोड़ी : PM मोदी

जानिए कैसे डॉ. मनमोहन सिंह ने 1991 में भारत की डूबती अर्थव्यवस्था की नाव को लगाया था पार

पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का 92 साल की उम्र में निधन, दिल्ली AIIMS में ली आखिरी सांस

संभल का 'रहस्यलोक', बावड़ी की खुदाई से खुलेंगे बड़े राज

MP के मंत्री उदय प्रताप बोले- मैं 500 शिक्षकों को जानता हूं जो स्कूल नहीं जाते

सभी देखें

नवीनतम

पिता बनाना चाहते थे डॉक्टर, मनमोहन सिंह ने प्री-मेडिकल कोर्स में लिया था दाखिला

Weather Update : उत्तर भारत के कई हिस्से शीतलहर की चपेट में, कश्मीर के कुछ शहरों में पारा शून्‍य से नीचे

प्रमुख विपक्षी नेताओं ने मनमोहन सिंह के निधन पर जताया दुख, देश की आर्थिक प्रगति में योगदान को किया याद

व्यक्तिगत हमलों के बावजूद सेवा को लेकर प्रतिबद्ध रहे मनमोहन : प्रियंका गांधी

सबसे प्रतिष्ठित नेताओं में से एक थे मनमोहन, आर्थिक नीति पर गहरी छाप छोड़ी : PM मोदी

अगला लेख