सहारनपुर-हरिद्वार। उत्तरप्रदेश और उत्तराखंड में जहरीली शराब पीने से 72 लोगों की मौत हो गई। हादसे में लगभग 90 लोग घायल हो गए। इन्हें नजदीक के अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
उत्तराखंड के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजीपी) अशोक कुमार ने बताया कि बृहस्पतिवार शाम झबरेड़ा क्षेत्र में स्थित बालूपुर गांव में एक मृतक की तेरहवीं में अवैध शराब परोसी गई, जिसके बाद लोगों की तबीयत खराब हो गई। उत्तराखंड के बालूपुर गांव में 19 लोगों की मौत हो गई।
वहीं, उतर प्रदेश के सहारनपुर के जिलाधिकारी आलोक पाण्डेय ने बताया कि जिले में जहरीली शराब प्ररकण में मरने वालों की संख्या बढ़कर गई है। यह जिला उत्तराखंड से सटा है। ये लोग तेरहवीं में शराब पीने के बाद अपने घर वापस लौट आए थे।
एक अधिकारी ने बताया कि कुछ लोग अपने साथ शराब लेकर चले गये थे। इस मामले में 10 पुलिसकर्मियों के विरुद्ध कार्रवाई की गई है। उन्होंने बताया कि अस्पताल में भर्ती तीन लोगों की स्थिति अब खतरे से बाहर है। अभी 42 लोगों का उपचार चल रहा है।
पाण्डेय ने बताया कि बालूपुर में ही ये लोग शराब पीकर आए थे। रात में वर्षा और ओलावृष्टि होने के कारण उन्हे उपचार नहीं मिल सका। सहारनपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दिनेश कुमार ने बताया कि शराब पीने के बाद कल रात से लोगों की तबीयत खराब होने लगी थी और आज सुबह से मौतों का सिलसिला शुरू हो गया।
कुमार ने बताया कि प्राप्त जानकारी के अनुसार, तेरहवीं के दौरान करीब 30-32 लोगों ने शराब पी। घटना के बाद उत्तराखंड सरकार ने हरकत में आते हुए आबकारी विभाग के हरिद्वार जिले के 13 अधिकारियों और कर्मचरियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। अपर आबकारी आयुक्त अर्चना गहरबार ने बताया कि रूडकी के आबकारी निरीक्षक नरेंद्र सिंह सहित 13 कर्मचारियों को निलंबित कर दिया गया है।
झबरेड़ा के थानाध्यक्ष प्रदीप मिश्रा सहित चार पुलिस कर्मियों को भी प्रथमद्रष्टया लापरवाही बरतने के आरोप में तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया। हरिद्वार के जिलाधिकारी दीपक रावत ने घटना की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश देते हुए अपर जिलाधिकारी (वित्त एवं राजस्व) को जांच अधिकारी नामित किया है।