महू (मध्यप्रदेश)। संविधान निर्माता बाबा साहेब आंबेडकर की नगरी महू में नए साल की खुशियां मातम में बदल गई क्योंकि पातालपानी इलाके में कैप्सूल लिफ्ट के गिरने से शहर के ख्यात उद्योगपति पुनीत अग्रवाल समेत उनके 6 परिजनों की मौत हो गई। यह कैप्सूल लिफ्ट पर्यटन स्थल पातालपानी पर अग्रवाल द्वारा अपने फार्म हाउस प्राकृतिक दृश्यों को निहारने हेतु बनाई गई थी। इस कैप्सूल को रिमोट द्वारा संचालित किया जाता था। इस कैप्सूल की टेस्टिंग चल रही थी।
मंगलवार को इस कैप्सूल लिफ्ट में परिवार के 7 लोग सवार होकर वर्ष के अंतिम 31 दिसम्बर का आनंद ले रहे थे, तभी तकनीकी खराबी के चलते यह नीचे आ गिरी। महू के अनु विभागीय अधिकारी विनोद शर्मा ने पाथ इंडिया के मालिक पुनीत अग्रवाल के समेत 6 लोगों की मौत होने की पुष्टि कर दी है।
उन्होंने कहा कि मृतकों की पहचान कारोबारी पुनीत अग्रवाल (53), उनकी बेटी पलक (27), दामाद पल्केश के अग्रवाल (28), 3 वर्षीय पोता नव अग्रवाल और मुंबई में रहने वाले पल्केश 40 वर्षीय जीजा गौरव और उनके 11 वर्षीय बेटे आर्यवीर की मौती हो गई। गौरव की पत्नी निधि गंभीर है। परिजनों के अनुसार लिफ्ट कुछ दिन पहले ही लगी थी और इंजीनियर उसकी टेस्टिंग कर रहे थे।
उद्योगपति पुनीत अग्रवाल पत्नी, बेटी, दामाद व नातियों के साथ 31 दिसम्बर का जश्न मना रहे थे, तभी कैफ्सूल लिफ्ट नीचे आ गिरी।। घायलों को तुरंत महू के मेवाड़ा अस्पताल में भेजा गया। मामले की गंभीरता को देखते हुए मेवाड़ अस्पताल ने सभी को इंदौर में उपचार के लिए रैफर कर दिया था लेकिन 6 लोगों को बचाया नहीं जा सका।
पुनीत अग्रवाल का यह निजी फार्म हाउस पातालपानी इलाके में स्थित है। अग्रवाल ने यहां 70 फीट का टावर बना रखा था, जिसके जरिए उनके परिजन पातालपानी का नजारा खूबसूरत ढंग से देख सकें।
जैसे ही अग्रवाल परिवार में 6 लोगों की मौत की खबर महू पहुंची, वहां मातम पसर गया। पूरे शहर में हर जगह इस हादसे की चर्चा है। जो लोग नए साल की तैयारी कर रहे थे, वे सभी गमगीन हो गए।
यह जगह नैगर्सिक रूप से अत्यन्त मनोरम है। भारतीय रेलवे ने पातालपानी के इलाके का भ्रमण करने के लिए महू से 'हैरिटेज ट्रेन' चलाई है, जो बेहद लोकप्रिय है। जैसे ही अग्रवाल के गिरने की खबर महू पहुंची, लोग सकते में आ गए।
महू के अनुविभागीय अधिकारी द्वारा अग्रवाल परिवार के 6 लोगों की मौत पुष्टि के बाद शहर के लोगों के दुआ के लिए उठ रहे हाथ अब नीचे हो गए हैं और प्रार्थना का दौर भी खत्म हो गया है। चूंकि महू में अग्रवाल परिवार बेहद प्रतिष्ठित था, लिहाजा हर कोई व्यक्ति इस हादसे की खबर से दु:खी है।
अग्रणी कॉन्ट्रैक्टर थे पुनीत अग्रवाल : पुनीत अग्रवाल की गिनती पीपीपी मॉडल की शुरुआत करने वाले देश के चुनिंदा कॉन्ट्रैक्टर्स में होती थी। वे पाथ इंडिया के डायरेक्टर थे। इंदौर में 2004 में सिंहस्थ के दौरान उन्होंने एमआर 10 पर पीपीपी मॉडल पर काम किया और रेलवे ओवरब्रिज बनाया।
उन्होंने इंदौर खलघाट नेशनल हाईवे, महू-मंडलेश्वर रोड, जयपुर-रींगस फोरलेन रोड, झांसी-उरई रोड, आगरा-ग्वालियर रोड प्रोजेक्ट पर भी काम किया। एमकॉम तक शिक्षा हासिल करने वाले पुनीत अग्रवाल ने 18 वर्ष की आयु में ही पिता प्रकाश का कामकाज संभाल लिया था। पाथ इंडिया के पास मौजूदा समय में देश के 10 बड़े टोल रोड के मेंटेनेंस का काम है।