नई दिल्ली। पंजाब में सत्तारुढ़ आम आदमी पार्टी को भाजपा के ऑपरेशन लोटस का डर सता रहा है। पार्टी ने राज्य के सभी आप विधायकों को दिल्ली बुला लिया है। इस बीच पंजाब पुलिस ने आप के विधायकों को खरीदने की कोशिश करने के सिलसिले में की गई शिकायत के आधार पर FIR दर्ज की।
आप ने भाजपा पर उसके विधायकों को खरीदने की कोशिश करने का आरोप लगाते हुए राज्य के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) से इसकी शिकायत की है। पंजाब के वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने भी इस मुद्दे पर पार्टी विधायकों के साथ राज्य के डीजीपी गौरव यादव से मुलाकात की और इस मामले की गहन जांच की मांग की।
चीमा के साथ पार्टी विधायक बुध राम, कुलवंत पंडोरी, मंजीत सिंह बिलासपुर, दिनेश चड्ढा, नरिंदर कौर भराज, रमन अरोड़ा, पुष्पिंदर सिंह हैप्पी, कुलजीत सिंह रंधावा और लाभ सिंह उगोके डीजीपी के कार्यालय गए और इसकी शिकायत की।
इससे पहले, AAP ने कहा था कि पंजाब में भगवंत मान सरकार को गिराने के प्रयास के चलते भाजपा की ओर से आप के 10 विधायकों को 25-25 करोड़ रुपए की पेशकश की गई है।
राज्य के कुछ विधायकों द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के बाद पंजाब पुलिस ने भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 8 और भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 171-बी और 120-बी के तहत प्राथमिकी दर्ज की है।
इससे पहले विपक्षी कांग्रेस ने सत्तारूढ़ दल को चुनौती दी थी कि वह हाईकोर्ट की देखरेख में एक स्वतंत्र एजेंसी से इस मामले की जांच करवाए।
क्या बोले सीएम भगवंत मान : इस बीच पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि भाजपा का ऑपरेशन लोटस पहले दिल्ली में विफल रहा था, जहां वह आप विधायकों को नहीं खरीद सकी थी। मान ने एक वीडियो संदेश में कहा अब, उन्होंने पंजाब में 6-7 विधायकों से संपर्क करने की कोशिश की है। विधायकों को पैसे की पेशकश की गई थी।
भाजपा ने बताया मजाक : भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने आरोपों को सबसे हास्यास्पद मजाक बताते हुए आरोपों की CBI जांच कराने की मांग की। यह सबसे हास्यास्पद मजाक है कि आप पंजाबियों से खेल रही है क्योंकि वे लोगों का ध्यान उस घोर भ्रष्टाचार से हटाना चाहते हैं जो आम आदमी पार्टी की सरकार ने पंजाब में शराब नीति में किया है। चुग ने कहा कि 'फर्जी कॉल' के आधार पर शिकायत लेकर डीजीपी के पास जाकर आप सरकार घटिया और भ्रामक राजनीति कर रही है, जो आने वाले समय में पंजाब के लिए आपदा साबित होगी।