कश्मीर उबाल पर, पुलिसवालों की छुट्टियां रद्द, तेज होती हिंसा के बीच अतिरिक्त जवानों की तैनाती भी

सुरेश एस डुग्गर
गुरुवार, 26 मई 2022 (11:30 IST)
जम्मू। कश्मीर फिर से उबाल पर है, क्योंकि जेकेएलएफ के नेता यासिन मलिक को उम्रकैद दिए जाने जाने की घटना के बाद कश्मीर में हिंसा भड़कने लगी है। ऐसे में पुलिस विभाग ने अगर अपने सभी कर्मियों व अफसरों की छुट्टियों को तत्काल प्रभाव से रद्द कर दिया है, वहीं एक पखवाड़े के दौरान हिंसा में आई बिजली-सी तेजी को देखते हुए सेना व अन्य अर्द्धसैनिक बलों के अतिरिक्त जवानों की तैनाती फिर से की जाने लगी है।

ALSO READ: यासीन मलिक की सजा के खिलाफ कश्मीर में बवाल, हिंसक प्रदर्शन, पत्थरबाजी के बाद इंटरनेट बंद
 
पुलिस अधिकारियों ने इसकी पुष्टि की है कि यासिन मलिक को सजा दिए जाने के बाद कश्मीर धधक सकता है। चिंगारी की शुरुआत हो चुकी है। ऐसे में हालात को थामने की खातिर पुलिस बल के जवानों को छुट्टियां देना तत्काल प्रभाव से रोक दिया गया है।
 
हालांकि उनका यह भी कहना था कि पहले से ही करीब 15 दिनों से कश्मीर में आतंकी हिंसा में आई तेजी के कारण भी फोर्स की कमी महसूस की जा रही थी जिसे देखते हुए भी ऐसा कदम उठाया गया है। वरिष्ठ अधिकारियों के मुताबिक बड़ी संख्या में पाकपरस्त व तालिबानी आतंकियों के कश्मीर में घुस आने की खबरों के बाद सेना व अन्य अर्द्धसैनिक बलों ने भी अतिरिक्त तैनाती करनी आरंभ की है।
 
एक अधिकारी के मुताबिक जिस तरह के हमले और हत्याओं का दौर कश्मीर में पिछले 15 दिनों के दौरान देखने को मिला है, उससे स्पष्ट होता है कि आतंकियों के नए जत्थे कश्मीर में प्रवेश करने में कामयाब रहे हैं। यह बात अलग है कि इस मामले पर सेना और पुलिस आमने-सामने है।

ALSO READ: कश्मीर में सुरक्षा बलों ने जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया, 8 गिरफ्तार
 
सेना कहती है कि घुसपैठ के इक्का-दुक्का मामले ही सामने आए हैं और उनमें से अधिकतर में आतंकियों को मार गिराया गया है। पर पुलिस कहती है कि पिछले एक पखवाड़े में मुठभेड़ों में मारे जाने वाले आतंकियों में ज्यादातर पाकिस्तानी नागरिकों के शामिल होने से स्पष्ट होता था कि विदेशी आतंकी कश्मीर में घुसपैठ करने में कामयाब हो रहे हैं।
 
पुलिस के दावों का आधार स्थानीय लोगों के बयान भी हैं जिनमें वे कहते हैं कि वे कई इलाकों में अनजान और पश्तो बोलने वाले व्यक्तियों को देख चुके हैं। जानकारी के लिए तालिबानी आतंकी ही पश्तो भाषा बोलते हैं और जम्मू के सुंजवां में मारे जाने वाले आतंकी भी पश्तो ही बोल रहे थे।(फ़ाइल चित्र)

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

UP : संभल में कैसे भड़की हिंसा, 3 लोगों की मौत का कौन जिम्मेदार, औवेसी का भी आया बयान, क्या बोले पुलिस अधिकारी

दैत्यों के साथ जो होता है, वही हुआ, महाराष्ट्र चुनाव के नतीजों पर बोलीं कंगना रनौत

मराठवाड़ा में महायुति की 46 में से 40 सीटें, क्या फेल हो गया मनोज जरांगे फैक्टर

संभल मामले में अखिलेश यादव का बड़ा बयान, हिंसा के लिए इन्‍हें ठहराया जिम्मेदार

बावनकुले ने बताया, कौन होगा महाराष्‍ट्र का अगला मुख्‍यमंत्री?

सभी देखें

नवीनतम

क्या दिल्ली में फाइनल हो गया महाराष्ट्र के CM का नाम, आज सस्पेंस हो जाएगा खत्म

Adani को लेकर खरगे ने मोदी पर साधा निशाना, बोले- देश की छवि खराब कर रहे हैं प्रधानमंत्री

संभल हिंसा : SP बोले अपने नेताओं के चक्कर में भविष्य बरबाद मत करो

वैष्णोदेवी में रोपवे का विरोध हो गया हिंसक, हड़ताल और पत्थरबाजी में दर्जनभर जख्मी

LIVE: दिल्ली यूनिवर्सिटी छात्रसंघ चुनाव में NSUI ने जीता अध्यक्ष और उपाध्यक्ष पद

अगला लेख