अखिलेश को चाचा की जरूरत नहीं, अकेले ही लड़ेंगे विधानसभा चुनाव

अवनीश कुमार
गुरुवार, 21 नवंबर 2019 (20:42 IST)
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में एक निजी कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने चाचा का नाम लिए बगैर शिवपाल यादव की बातों का खंडन कर दिया कि समाजवादी पार्टी 2022 में किसी से कोई गठबंधन नहीं करेगी।

उन्होंने कहा कि अगले विधानसभा चुनाव के बाद सपा अकेले ही यूपी में सरकार बनाएगी। हमारी पार्टी और कार्यकर्ता काफी सक्षम हैं। इसलिए 2022 में बिना गठबंधन के उत्तर प्रदेश में सरकार बनाएंगे, जिसकी तैयारियों में सपा कार्यकर्ता लगे हुए हैं।

अखिलेश ने कहा कि पार्टी का हर एक कार्यकर्ता विधानसभा उपचुनाव में अच्छे परिणाम के बाद बेहद उत्साहित है। उपचुनाव के परिणाम इस बात के गवाह हैं कि समाजवादी पार्टी 2022 में प्रदेश में सरकार बनाने जा रही है और इसके लिए हमारे पार्टी कार्यकर्ता दिन-रात मेहनत कर रहे हैं।

अखिलेश ने भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा कि प्रदेश की सरकार सिर्फ योजनाओं का नाम बदलकर काम चला रही है और युवाओं को सिर्फ और सिर्फ धोखा दिया है, चाहे फिर वह शिक्षा का क्षेत्र हो या फिर रोजगार का।

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के बीच जंग चल रही है। ऐसे में सरकार का जनता की तरफ ध्यान कैसे जाएगा। शिक्षा और मेडिकल के क्षेत्र में भाजपा लाभ के लिए संस्थाओं को खराब कर रही है।

सम्बंधित जानकारी

Show comments

कौन थे रजाकार, कैसे सरदार पटेल ने भैरनपल्ली नरसंहार के बाद Operation polo से किया हैदराबाद को भारत में शामिल?

कर्नाटक के दक्षिण कन्नड़ में बंजारुमाले गांव में हुआ 100 प्रतिशत मतदान

धीरेंद्र शास्‍त्री के भाई ने फिर किया हंगामा, टोल कर्मचारियों को पीटा

प्रवेश द्वार पर बम है, जयपुर हवाई अड्‍डे को उड़ाने की धमकी

दिल्ली में देशी Spider Man और उसकी Girlfriend का पुलिस ने काटा चालान, बाइक पर झाड़ रहा था होशियारी

बहू को हुआ सास से प्‍यार, पति के साथ नहीं सोने देती है, सास हुई परेशान

UP के डिप्टी सीएम मौर्य बोले, एक और पाकिस्तान बनाने का जहर बो रही है कांग्रेस

धनंजय सिंह को मिली इलाहाबाद हाईकोर्ट से जमानत, नहीं लड़ सकेंगे चुनाव

कौन है जेल से 20 दिन की पैरोल पर बाहर आया फलाहारी बाबा, क्‍या था मामला?

कांग्रेस का दावा, 2जी स्पेक्ट्रम मामले में दिखा भाजपा का पाखंड

अगला लेख