भाजपा का यह डरावना चेहरा है : अखिलेश यादव

अवनीश कुमार
सोमवार, 9 अप्रैल 2018 (09:24 IST)
लखनऊ। उत्तरप्रदेश के लखनऊ में जब समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से उन्नाव के घटनाक्रम के बारे में पूछा गया तो उन्होंने भाजपा पर जमकर प्रहार बोलते हुए कहा कि उत्तरप्रदेश में जंगलराज है। महिलाएं और बच्चियां दिन में भी सुरक्षित नहीं हैं। दुष्कर्मी खुलआम घूमकर पीड़ित परिवारों को धमकाते हैं। पुलिस, जिस पर कानून व्यवस्था संभालने का दायित्व है, खुद दबंगों की साथी बन जाती है।

स्वयं मुख्यमंत्रीजी के दरबार में जब उन्नाव जनपद की गैंगरेप पीड़िता बच्ची की सुनवाई नहीं हुई तब उसे लखनऊ में मुख्यमंत्री आवास के पास थाने पर सपरिवार न्याय की मांग को लेकर धरने पर बैठना पड़ गया। इस कांड में भाजपा विधायक के भाई की संलिप्तता भी सामने आई है। यही नहीं, पीड़िता के परिवारजनों उसके पिता तथा चाचा को फर्जी केस में फंसा दिया गया। 
 
अखिलेश यादव ने कहा कि मुख्यमंत्रीजी का यह दावा कि एनकाउंटर कहीं फर्जी नहीं हो रहे है, वही फर्रुखाबाद में फर्जी मुठभेड़ में एसओ सहित 13 पुलिसकर्मियों पर मुकदमे दर्ज हुए। राज्य सरकार की कानून पालन में ढिलाई के कारण प्रदेश में अराजकता बढ़ रही है। हत्या, लूट, अपहरण और बलात्कार की घटनाओं में भाजपा के राज में प्रतिवर्ष वृद्धि हो रही है। भाजपा का यह डरावना चेहरा है। भाजपा के काले कारनामे रोज उजागर हो रहे हैं। समाज का हर वर्ग अपने को ठगा हुआ महसूस कर रहा है। प्रदेश में महिलाओं और बच्चियों का मान-सम्मान और इज्जत खतरे में है। 
 
किसान को न तो अपनी फसल का लाभप्रद मूल्य मिल रहा है और नहीं उसका कर्ज माफ हुआ है। बदहाली में वह आत्महत्या को विवश है। पांच सौ से ज्यादा शिक्षामित्र आत्महत्या कर चुके हैं और बाकी सदमे और अवसाद में अपनी जानें गंवा बैठे हैं। बेरोजगार नौजवान हताश में फांसी पर चढ़ रहे हैं। 
 
भाजपा की नीतियां किसान, नौजवान और गरीब विरोधी हैं जबकि समाजवादी सरकार के कार्यकाल में महिलाओं की सुरक्षा के लिए 1090 वूमन पावर लाइन की शुरुआत हुई थी। अपराध नियंत्रण के लिए यूपी डायल 100 नंबर की व्यवस्था थी जिसमें पुलिस चंद मिनटों में ही अपराध स्थल पर पहुंचती। बिना थाने पर जाए सिर्फ 100 नं0 डायल करने पर ही कार्रवाई सुनिश्चित हो जाती है। 
 
भाजपा सरकार ने इन व्यवस्थाओं को बर्बाद कर दिया जिससे प्रदेश में अपराधों का ग्राफ बढ़ा है। पुलिस फर्जी एनकाउण्टर दिखाकर अपराधियों में भय होने का दुष्प्रचार कर रही है। ऐसी अराजक स्थिति तो कभी नहीं रहीं।अब समय आ गया है कि उत्तर प्रदेश में राज्यपाल महोदय को अपने संवैधानिक दायित्व का निर्वाह करते हुए बच्चियों के साथ दुष्कर्म की बढ़ती घटनाओं का संज्ञान लेना चाहिए। 
 
वे स्वयं समय-समय पर राज्य सरकार को सलाह देने का काम करते रहे है। जिस तरह से भाजपा राज में अपराध बढ़े है और जनता में दहशत बढ़ी है उसको देखते हुए तत्काल हस्तक्षेप की आवश्यकता है। गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के उन्नाव का एक परिवार ने रविवार को मुख्यमंत्री आवास के पास स्थित गोल्फ क्लब चौराहे पर अपने परिवार के साथ आई किशोरी ने उन्नाव से भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सिंगर व उनके साथियों पर दुष्कर्म का उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए और पुलिस के द्वारा कोई सुनवाई ना हो रही के चलते आत्मदाह का प्रयास किया था हर खुद पर मिट्टी का तेल डालकर किशोरी आग लगाने जा ही रही थी तभी पुलिस वालों ने उसे पकड़कर गौतमपल्ली थाने ले जाया गया था।

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