हाईकोर्ट का बड़ा फैसला, केवल आर्य समाज मंदिर के मैरिज सर्टिफिकेट से साबित नहीं होती शादी

Webdunia
मंगलवार, 6 सितम्बर 2022 (07:55 IST)
प्रयागराज। इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने एक बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका पर सुनवाई करते हुए कहा है कि आर्य समाज विवाह की रस्म पूरी किए बगैर विवाह प्रमाण पत्र जारी करता रहा है। केवल आर्य समाज मंदिर के मैरिज सर्टिफिकेट से साबित नहीं होती शादी।
 
न्यायमूर्ति सौरभ श्याम शमशेरी ने कहा, 'इस अदालत में विभिन्न आर्य समाज सोसाइटी द्वारा जारी विवाह प्रमाण पत्रों का अंबार लगा है, जिन पर इस अदालत द्वारा और अन्य उच्च न्यायालयों द्वारा गंभीर सवाल खड़े किए गए हैं।'
 
अदालत ने भोला सिंह नाम के एक व्यक्ति द्वारा दायर बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका की सुनवाई के दौरान यह टिप्पणी की। याचिकाकर्ता ने आरोप लगाया गया है कि उसकी पत्नी को उसके मायके वालों ने अवैध रूप से बंदी बनाकर रखा है। यह बात साबित करने के लिए उसने गाजियाबाद के आर्य समाज मंदिर द्वारा जारी प्रमाण पत्र प्रस्तुत किया गया।
 
अदालत ने गत 31 अगस्त को पारित आदेश में कहा, 'चूंकि इस विवाह का पंजीकरण नहीं कराया गया है, इसलिए उक्त प्रमाण पत्र के आधार पर यह नहीं माना जा सकता कि दोनों पक्षों ने विवाह किया है।'
 
अदालत ने बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका खारिज करते हुए कहा कि मौजूदा मामले में महिला बालिग है और उसके पिता ने याचिकाकर्ता के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई है और इस मामले में जांच चल रही है, इसलिए अवैध रूप से बंदी बनाकर रखने का कोई मामला नहीं है। (भाषा)

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

Amit Shah के राज्यसभा भाषण का वीडियो शेयर करने पर सख्ती, X ने कांग्रेस समेत कुछ नेताओं को भेजा नोटिस

India-China : NSA डोभाल विशेष प्रतिनिधि वार्ता के लिए चीन में, उपराष्ट्रपति से की मुलाकात

Dr. Ambedkar पर Amit Shah की टिप्पणी पर क्या बोले Chandrashekhar?

Top bikes : 2024 में भारत में कौन सी बाइक बनी नंबर वन, और क्यों

अमित शाह का कांग्रेस पर निशाना, कहा- अंबेडकर पर मेरा पूरा बयान दिखाया जाए

सभी देखें

नवीनतम

भाजपा सांसदों का हेल्थ अपडेट, सारंगी सिर में टांके आए, राजपूत का BP हाई

संसद में धक्कामुक्की : मल्लिकार्जुन खरगे के साथ हुआ दुर्व्यवहार, कांग्रेस ने लगाया आरोप, पुलिस से की शिकायत

Maharashtra : हनीमून की जगह को लेकर हुआ विवाद, ससुर ने दामाद पर फेंका तेजाब

भारत का इलेक्ट्रिक वाहन बाजार 2030 तक 20 लाख करोड़ रुपए का होगा : नितिन गडकरी

क्या होता है फेक पनीर, कहीं आप भी तो नहीं खा रहे नकली पनीर?

अगला लेख