मणिपुर में भीड़ ने लगाई एम्बुलेंस में आग, दिल दहला देने वाले हादसे में 3 की मौत

Webdunia
बुधवार, 7 जून 2023 (12:37 IST)
कोलकाता। मणिपुर के पश्चिम इंफाल जिले में भीड़ ने एक एम्बुलेंस को रास्ते में रोक उसमें आग लगा दी जिससे उसमें सवार 8 वर्षीय बच्चे, उसकी मां और एक अन्य रिश्तेदार की मौत हो गई। यह घटना रविवार शाम को इरोइसेम्बा में हुई।
 
पुलिस के अनुसार, गोलीबारी की एक घटना के दौरान बच्चे के सिर में गोली लग गई थी और उसकी मां तथा एक रिश्तेदार उसे इंफाल स्थित अस्पताल ले जा रहे थे। तभी भीड़ ने एंबुलैंस पर हमला कर दिया भीड़ के हमले में मारे गए तीनों लोगों की पहचान तोंसिंग हैंगिंग (8), उसकी मां मीना हैंगिंग (45) और रिश्तेदार लिदिया लोरेम्बम (37) के तौर पर हुई है।

असम राइफल्स के एक वरिष्ठ अधिकारी ने घटना की पुष्टि की और बताया कि घटनास्थल और उसके आसपास सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
 
कहा जा रहा है कि एक आदिवासी का बेटा तोंसिंग और मेइती जाति की उसकी मां कंग्चुप में असम राइफल्स के राहत शिविर में रह रहे थे। 4 जून को शाम के समय इलाके में गोलीबारी शुरू हो गई और शिविर में होने के बावजूद बच्चे को गोली लग गई।
 
असम राइफल्स के वरिष्ठ अधिकारी ने तुरंत इंफाल में पुलिस से बात की और एम्बुलेंस की व्यवस्था की। मां बहुसंख्यक समुदाय से थी इसलिए बच्चे को सड़क मार्ग से इंफाल के 'रीजनल इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज' ले जाने का फैसला किया गया। कुछ किलोमीटर तक असम राइफल्स की सुरक्षा में एम्बुलेंस को ले गया गया और उसके बाद स्थानीय पुलिस ने मोर्चा संभाला।
 
शाम करीब 6.30 बजे इरोइसेम्बा में कुछ लोगों ने एम्बुलेंस को रोका और उसमें आग लगा दी। वाहन में सवार तीनों लोगों की मौत हो गई। हमें अभी तक नहीं पता कि शव कहां हैं? काकचिंग क्षेत्र में कुकी समुदाय के कई गांव हैं और यह कांगपोकपी जिले की पश्चिमी इंफाल से लगी सीमा पर मेइती समुदाय के गांव फाएंग के पास है। इस क्षेत्र में 27 मई से गोलीबारी की कई घटनाएं हो चुकी हैं।
 
गौरतलब है कि मणिपुर में अनुसूचित जनजाति (एसटी) का दर्जा देने की मेइती समुदाय की मांग के विरोध में 3 मई को पर्वतीय जिलों में 'आदिवासी एकजुटता मार्च' के आयोजन के बाद हिंसक झड़पें शुरू हो गई थीं। मणिपुर में 53 प्रतिशत आबादी मेइती समुदाय की है और यह मुख्य रूप से इंफाल घाटी में रहती है। आदिवासियों- नगा और कुकी समुदाय की आबादी 40 प्रतिशत है और यह मुख्यत: पर्वतीय जिलों में बसती है।(भाषा)(सांकेतिक चित्र)
 
Edited by: Ravindra Gupta

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

क्या है हार्ट अटैक और कोरोना वैक्सीन का संबंध, एम्स दिल्ली की स्टडी में हुआ खुलासा

POK के मामले में ये 5 गलतियां भारत को पड़ी भारी, नहीं तो कुछ और होती कहानी

CM धामी ने की कांवड़ यात्रा की तैयारियों की समीक्षा, 'थूक जिहाद' को लेकर दी यह चेतावनी

Ayushman card से मुफ्त होता है इलाज पर क्या है क्लेम का प्रोसेस, जानिए

ड्राइवर की खुद की गलती से हुई मौत तो मुआवजा देने के लिए बाध्य नहीं बीमा कंपनियां, SC का बड़ा फैसला

सभी देखें

नवीनतम

Maharashtra : भाषा विवाद के बीच फडणवीस सरकार का बड़ा फैसला, हर साल 3 अक्‍टूबर को मनाएंगे मराठी दिवस

महाराष्ट्र के CM देवेंद्र फडणवीस को राहत, हाईकोर्ट ने खारिज की यह याचिका

सेनेटरी पैड के पैकेट पर राहुल गांधी ने लगवा दी अपनी तस्वीर, बीजेपी ने कर दिया कबाड़ा

भाषा विवाद पर CM फडणवीस की दो टूक, गुंडागर्दी बर्दाश्त नहीं की जाएगी

मानहानि केस में डीके शिवकुमार को बड़ी राहत, मुकदमे की कार्यवाही पर हाईकोर्ट ने लगाई रोक

अगला लेख